कार्यालय के समाने कचरे में भारतीय जनता पार्टी का झंडा

कार्यालय के समाने कचरे में भारतीय जनता पार्टी का झंडा
नामांकन के दौरान कार्यकर्ताओं ने लहराया था भाजपा का झंडा
कार्यालय में सभी को खिलाया पूडी-सब्जी और सडक में फेक दिये डिब्बे और झंडे
अनुशासन की दुहाई देने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की रीति और नीति कार्यालय के सामने पडे कचरे के ढेर में नजर आ रहा है। मंचो से लच्छेदार भाषण देकर जनता को लुभाने वाले भाजपा नेताओं की हकीकत महज स्वार्थपरक है, नामांकन रैली में हजारो हाथों में झंडा देकर लहरा तो दिये गये, लेकिन झंडे का महत्व, अहमियत और बहुमूल्यता किसी भी भाजपाईयों ह्दय में नही है।
अनूपपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे भारत में स्वच्छता का संदेश देते हुए एक मिशन को आगे बढाया है, उसी तारतम्य में भारतीय जनता पार्टी का हर एक पदाधिकारी और कार्यकर्ता समय-समय पर झाडू लगाते फेसबुक में दिखाई देते है, लेकिन कहीकत में फोटो तक सीमित रहने वाले यह भाजपाई अपने ही कार्यालय के सामने कचरे का ढेर लगा दिया। हजारो की संख्या में कार्यकर्ताओं के लिए बंद डिब्बे में पूडी और सब्जी मंगाया गया था, नामांकन फार्म भरने के बाद सभी रैली मेें पहुंचे कार्यकर्ताओं खिलाया तो गया, लेकिन भाजपाईयों ने उस पैकेट को रखने के लिए सुनिश्चित स्थान तय ही नही किया, इसलिए सभी ने खाया और सडक पर ही पैकेट को फेक दिया।
झंडे को फेका कचरे में
27 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह का नामांकन दाखिल और शक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम रहा, जहां हजारो की भीड बुलाकर हाथों में झंडा दे दिया। स्मार्ट सिटी से रैली शुरू कर तहसील कार्यालय तक गाजे-बाजे के साथ पहुंचा गया। बगल में ही भाजपा ने अपना चुनाव कार्यालय खोल रखा है, जहां नामांकन के बाद जैसे ही नास्ता का वितरण किया गया तो कार्यकर्ताओं ने झंडे को फेक कर नास्ता करने लगे और हजारो की भीड में किसी एक को भी भाजपा का झंडा दिखाई नही दिया और सुबह होते होते भारतीय जनता पार्टी को प्रतीक उन्ही के कचरे में नजर आने लगा।
नही रखा कचरा डिब्बा
स्वच्छता की दुहाई देने वाली पार्टी हजारो लोगों को अपने रैली में तो बुला लिये और नास्ता में करा दिया, लेकिन उस नास्ते के पैकेट को रखने किसी भी प्रकार की कचरा डिब्बा नही रखा गया, जबकि कार्यालय केे बगल में कार्टून या कोई अस्थाई व्यवस्था कर पैकेट को एकत्रित किया जा सकता था, लेकिन शुक्रवार की दोपहर से शनिवार दोपहर तक कार्यालय के सामने सहित सडकों में हजारो नास्ता का पैकेट नजर आया। नामांकन रैली समाप्त होने के बाद किसी को स्वच्छता और अनुशासन से कोई लेना देना नही खाये पिये और चल दिये जैसे हालत दिखाई दिया।
झूठा है इनका अनुशाासन
रंग बिरंगे साफ स्वच्छ कुर्ता पैजामा पहन कर गली-गली व चाय के दुकानों में नेतागिरी बताने वाले भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की कमी नही है, हर दिन हर मोड पर पार्टी का अनुशासन और टैग लाइन सुनाते नजर आते है। लेकिन कहीकत में इनका अनुशासन कचरे के ढेर में नजर आता है। किसी ने भी 12 घंटे में भी पार्टी के झंडे को उठाकर सुरक्षित स्थान में नही रखा, जबकि भाजपा के इसी प्रतीक को लहराया जाता है और पदाधिकारियों के ह्दय में भी लगा हुआ दिखाई देगा, कुलमिलाकर सिर्फ दिखावे के लिए इनका प्रतीक है, किसी को झंडे के सम्मान से मतलब ही नही है।