विकास के नाम पर शासकीय राशि में हो रहा गोलमाल

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जीएसटी-आयकर ने दी थी दबिश, नहीं हो सकी कार्यवाही

ब्यौहारी। बीते माहों में जीएसटी व सेलटैक्स की संयुक्त टीम ने बस स्टैंड स्थित ऑनलाइन फर्म की जांच कर दुकान को सील कर दिया गया था, लेकिन जल्द ही उक्त फर्म का ताला खुला और फिर पंचायतों में विकास के नाम पर लूट का कारोबार शुरु कर दिया गया। जनपद मुख्यालय के जगमल, साखी, नौढिया कुंआ और कई अन्य पंचायतों में मिलीभगत कर अपनी पत्नी पूजा श्री इन्फ्रो के नाम फर्जी बिल से करोड़ों का फर्जीवाड़ा पूर्व रोजगार सहायक व फर्म संचालक त्रिवेन्द्र सिंह द्वारा किया गया है।
सांठ-गांठ से चल रहा खेल
जगमल ग्राम पंचायत में बिना कोई निर्माण कराये 32 लाख की अनियमितता का आरोप प्रमाणित पाये जाने पर सरपंच-सचिव व उक्त वेंडर के विरुद्ध देवलौंद थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई, उक्त वेंडर द्वारा और भी कुछ पंचायत बरहाटोला, साखी, कुंआ, नौढिया, मऊ आदि पंचायतों में सचिव-सरपंच व जनपद के जिम्मेदार से सांठ-गांठ कर लाखों करोड़ों के फर्जी आहरण का खेल खेला जा रहा है, जिसमें सभी का हिस्सा फिक्स है। आरोप सिद्ध पाये जाने के बाद भी आगे की कार्यवाही से परहेज और मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जो संदेहास्पद है।
फर्जी वेण्डरों में थी दहशत
पंचायतीराज व्यवस्था में शासन के खाते से विकास राशि के लेन देन में टैक्स चोरी के मामले को जांच में पहुंची जीएसटी व सेलटैक्स की संयुक्त टीम ने 6 घंटे तक बस स्टैंड स्थित पूजाश्री इंफ्रो. एण्ड सप्लायर ऑनलाइन की दुकान की जाँच पड़ताल करने के बाद उसे सील कर चले गये थे। कार्यवाही के दौरान दुकान संचालक मौके से नदारत रहा। इस कार्यवाही से पंचायत क्षेत्र के फर्जी वेंडरों में कुछ दहशत दिखी, लेकिन फिर सब उसी तरह चलने लगा।
यह है पूरा खेल
ब्योहारी जनपद के जगमल ग्राम पंचायत में बिना कोई काम कराये 32 लाख रुपये का फर्जी आहरण सचिव-सरंपच और संबंधित वेंडर के द्वारा किया गया। जांच में सरकारी राशि की अनियमितता प्रमाणित पाये जाने के बाद जिला सीईओ के निर्देश पर देवलौंद थाने में तीनों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया, लेकिन इस मामले में आज तक कोई कार्यवाही नही हो सकी। हाल ही में अपने पद से स्तीफा देने वाले चर्चित जीआरएस त्रिवेन्द्र सिंह जनपद के पपोढ पंचायत में एक दशक पूर्व रोजगार सहायक अपनी पत्नी पूजा सिंह के नाम पर एक फर्म जो मात्र कम्प्यूटर में ऑन लाइन पूजाश्री इंफ्रा. एण्ड एसेसरीज के नाम पर संचालित है। पंचायतों में लगने वाले बिलों में सभी प्रकार की निर्माण व अन्य सामग्री सप्लाई के नाम पर लाखों करोडों रुपये का आहरण किया जा रहा है।

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