डिजिटल हुआ रिश्वत का खेल @ मुचलके के नाम पर वेंडर के फ़ोन पे पर ली 4 हजार की रिश्वत
अमलाई स्टेशन आर पी एफ जबरदस्ती केस बनाकर कर रहे वसूली, डिजिटल ऐप के माध्यम से ले रहे रिश्वत, क्या होगी कारवाही
अनूपपुर। जिले के अमलाई स्टेशन में इन दोनों आरपीएफ सीधे-साधे आदमियों को टारगेट बनाकर जबरदस्ती केस लगा कर अनूपपुर बड़े साहब के नाम पर जमकर वसूली कर रहे हैं। कोई भी शरीफ आदमी अगर स्टेशन परिक्षेत्र में या बाहर नजर आता है तो पिछला रिकॉर्ड देखे बगैर ही उन्हें पहले तो आराम से एक नंबर प्लेटफार्म पर बैठाया जाता है, फिर रेलवे के कायदे कानून का डर दिखाकर बाकायदा सौदा तैयार किया जाता है, सौदा में आनाकानी होने के बाद उन्हें बड़े साहब अनूपपुर के नाम पर धमकी दी जाती है, कि अगर आप पैसा नहीं दोगे तो अनूपपुर जाना पड़ेगा इसी तरह आज अमलाई स्टेशन में तैनात दो आर पी एफ के जवान अर्जुन सिंह एवं पवन कुमार के द्वारा इकबाल नामक एक मुस्लिम व्यक्ति और चंद्रशेखर नामक एक नल चलाने वाले एसईसीएल के कर्मचारियों को शराब पीने के नाम पर सवेरिया स्कूल के पिछे से जबरदस्ती पकड़ा गया फिर उन्हें बाकायदा अनूपपुर ले जाकर संबंधियों को फोन लगाकर फोन पे में ₹4000 रिश्वत की रकम डलवा कर छोड़ दिया गया। अब आप सोच सकते हैं किस तरह से बड़े साहब के नाम पर बड़ी वसूली करने में लगे।
बड़े साहब के नाम पर कर रहे वसूली
जी हां अनूपपुर बड़े साहब के नाम पर वसूली का अड्डा बन चुके अमलाई स्टेशन पर आए दिन नए-नए आरपीएफ जवान जिनकी ड्यूटी लगाई जा रही है डिजिटल तरीके से लेनदेन के काम को अंजाम दे रहे हैं।आम नागरिकों में जैसे ही रेलवे पुलिस का नाम आता है अपने आप को घीरा समझकर आनन फानन में जल्द से जल्द घर जाने की जिद या डर में फसकर आम नागरिक परेशान हो उठता है, क्योंकि कुछ अपराध करें ना करें और उनके अनुसार फिर रकम ली जाती है जैसे ही उन्हें पता चलता है कि कोई व्यक्ति मजबूत है तो उसे टारगेट करके पूरा काम किया जाता है अब यह तो जांच में पता चलेगा कि अनूपपुर के बड़े साहब इस वसूली के काम में कितना संलिप्त रहते हैं बहरहाल आज 4000 की रकम अवैध रूप से अमलाई स्टेशन से दो व्यक्तियों को शराब पीने के नाम पर वसूली अनूपपुर स्टेशन आरपीएफ कार्यलय पर की गई।
फोन पे के माध्यम से कर रहे वसूली
माना की दो व्यक्ति जिनका पुराना रिकॉर्ड पाक साफ रहा है अगर अनाधिकृत क्षेत्र में बैठकर शराब पी रहे थे तो गलत कर रहे थे। और उन पर वकायदा रेलवे एक्ट के तहत कार्यवाही भी होनी चाहिए लेकिन यह कौन सी बात हो गई की आप अमलाई स्टेशन से धमकी देकर बड़े साहब के नाम पर लेकर जाते हैं , फिर डीलिंग प्रारंभ की जाती है अगर वह गलत है तो उन पर उक्त धाराओं के तहत कार्यवाही कर देनी चाहिए और जमानत पर छोड़ देना चाहिए लेकिन यहां पर बाकायदा आरपीएफ के जवान ने अनूपपुर जिले के पूर्व उपसरपंच संतोष टंडन से बात करके 77 72954134 जो कि नीलम सोनकर नाम के फोन पे पर 4000 रूपए डालने की बात की लेकिन 75 0992 110 3 का उपयोग किया गया और जब उक्त नंबर पर फोन पे का ट्रांजैक्सन बंद पाया गया तो गोलू नागर नामक व्यक्ति के यू पी आई कोड खाते पर दो किस्तों में पैसे डलवाए गए जिसमें पहले 500 की रकम डाली गई और उसके बाद 3500 इस तरह से वसूली का अड्डा बनाकर अपना पेट भरने में लगे हैं, जो आर पी एफ के जवान चंद् रूपयो में अपना ईमान बेच दे रहे हैं, इस तरह रेलवे के आरपीएफ जवान और उनके अधिकारी मिलकर रेलवे के अकूत संपत्ति को किस तरह नुकसान पहुंचा रहें होंगे और चोरों के साथ मिलकर बाकायदा बड़ी चोरी को अंजाम भी देते होंगे इनकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि इस क्षेत्र में और जहां भी यह पहले तैनात रह चुके हैं उन जगहों पर अगर चोरी के बड़े मामले सामने आते हैं तो निश्चित रूप से चोरों के साथ मिलकर रेलवे के सामानों को पार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी होगी। इसके बाद बाकायदा जब उनके मोबाइल पर स्क्रीनशॉट पहुंच गया तब शराब पीने वाले दोनों व्यक्तियों को बड़े आराम से वही आरपीएफ जवान वापस अमलाई स्टेशन अपने साथ लाकर छोड़ देता है अब आप समझ सकते हैं कितनी ईमानदारी से अमलाई आर पी एफ के जवान काम कर रहे हैं ।