नियमों को दरकिनार कर संचालित हो रहे ईंट भ_े

चोरी के कोयले का हो रहा उपयोग, प्रशासन नहीं कर रहा कार्यवाही
(सुनील मिश्रा) -9755476196
धनपुरी। एक तरफ अवैध कार्यों पर सख्ती से कार्यवाही किए जाने की बात कही जाती है, तो दूसरी तरफ अवैध काम है जो खुलेआम संचालित हो रहे हैं लेकिन इन पर तो प्रशासन की नजर जा रही है और ना ही दूर-दूर तक कार्यवाही देखने को मिल रही है, यही कारण है कि धनपुरी थाना अंतर्गत जगह-जगह ईट भट्टे संचालित हैं, जहां पर नियमों को दरकिनार कर ईट पकाने का काम किया जा रहा है और यही वजह है कि दर्जनों की संख्या में अवैध ईट भ_े देखे जा सकते हैं। भुतही तलैया मैदान के आसपास संचालित अवैध ईट भ_े प्रशासन के समक्ष भी लगता है अब चुनौती बनता जा रहा है और यही कारण है कि इन भ_े पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है।
वर्षों से हो रहा संचालन
भुतही तलैया मैदान के आसपास देखा जाए तो वन विभाग की जमीन भी है और इन जमीनों में भी ईट पकाने का काम जोर-शोर से किया जा रहा है, जांच हो तो चौंकाने वाली बात सामने आए ,लेकिन सवाल यह उठता है कि जांच करे कौन? सालो से यहां पर ईट पकाने का काम किया जा रहा है जिस पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं, कुछ साल पहले कारवाही भी देखी गई थी लेकिन पुन: ऐसी कोई कार्रवाई हुई हो यह देखने को नहीं मिला, आज सारे नियम-कानून दरकिनार कर जिस तरह से अवैध ईट भ_े संचालित हो रहे हैं उस पर कार्यवाही की मांग भी तेज होती जा रही है।
जिम्मेदार बनें उदासीन
अवैध ईट भ_ा को संचालित करने के लिए जिस पानी का उपयोग किया जाता है, उसे भी रोका जाता है जो नियम के विपरीत कहा जा सकता है, जिम्मेदार जिस तरह से उदासीन बने हुए हैं उसे देख कर यही प्रतीत होता है कि सभी की मौन स्वीकृति मिली हुई है, यही कारण है कि कार्यवाही की बात तो दूर, जांच भी करने कोई नहीं जाता भुतही तलैया मैदान के आसपास सहित मालीघाट के पास एवं शिल्परी में भी ईट भट्टे संचालित हैं जहां पर भी नियम कायदों को दरकिनार किया जा रहा है।
चोरी के कोयले से पकती है ईट
वर्तमान समय में कोयला खदानों में कोयला चोरी की वारदात लगातार बढ़ती जा रही है और यही कारण है कि यह छोरी का कोयला सीधा या तो कोयला प्लाट में पहुंचता है या फिर ईट भ_े में जहां पर इन कोयले से पकाया जा रहा है ऐसे में सवाल ये उठता है कि ईट भ_े में जब कोयला उपयोग किया जा रहा है तो फिर जांच क्यों नहीं की जा रही है जहां पर टनो कोयला देखा जा सकता है अगर कार्रवाई हो तो सच्चाई भी सामने आ जाए लेकिन सांठगांठ के आगे कार्यवाही दूर-दूर तक नजर नहीं आती है। आज नगर के अंदर आसपास जिस तरह से अवैध ईंट भट्टे संचालित हो रहे हैं वह कहीं ना कहीं प्रशासन की उदासीनता का नतीजा भी है क्योंकि यहां पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाती है और इसी का फायदा ईट संचालक उठाते हैं, साइकिल से खुलेआम कोयला ईट भ_े में पहुंचते हुए देखा जा सकता है, जहां पर जमीन के अंदर कोयला छिपाकर रखा जाता है, अगर छापा मारा जाए तो भारी मात्रा में कोयला पकड़ा जा सकता है।