ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों ने की मंगल कामना

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गिरीश राठौर

भालूमाड़ा/ सूर्य उपासना का महापर्व छठ नगर में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया आज सायं काल व्रतियों ने ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की कल पुन प्रातः भोर में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा का समापन होगा।

मुख्यतः पूर्वी प्रदेशों में मनाया जाने वाला लोक महापर्व छठ अब धीरे-धीरे पूरे देश विदेश में बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाया जाने लगा है।

इसी प्रकार नगर में भी छठ का त्यौहार अब पहले की अपेक्षा ज्यादा उत्साह उल्लास सेवा भाव श्रद्धा से मनाया जाने लगा है यही कारण है कि अब छठ घाटों में स्थानीय प्रशासन से लेकर सामाजिक राजनीतिक दलों के लोगों द्वारा घाटों में आने वालों के लिए विशेष सुविधाएं मुहैया भी कराई जाती है जहां हर कोई यही चाहता है कि पूजा में आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को भक्तों को व्रतियों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो।

पसान के जमुना छठ तालाब एवं भालूमाडा के केवई नदी घाट में स्थानीय प्रशासन द्वारा व्यापक रूप से साफ-सफाई साज-सज्जा प्रकाश व्यवस्था की गई थी जिसकी लोगों ने सराहना भी की।

दोपहर 3:00 बजे से ही घाटों में श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो गया था इस पूजन में घर के पुरुष पूजन सामग्री को अपने सर में रखकर दीपक जलाकर नंगे पैर ही घाट तक आते हैं पूजन सामग्री में विभिन्न प्रकार के कंद मूल फल घरों में बने व्यंजन पूजन सामग्री होती है घाट में लोगों ने पहले से ही अपने अपने स्थान चिन्हित कर लिए थे इस पूजन में गन्ने का भी विशेष महत्व होता है गन्ने को नदी में खड़ा करके उसकी पूजा-अर्चना की जाती है वही व्रती महिलाएं पुरुष पानी में खड़े होकर सूर्य देव की आराधना करते हैं व ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने संतान अपने परिवार अपनों की मंगल कामना की प्रार्थना करते हैं।

सूर्यास्त के बाद पुनः सभी लोग अपने अपने घरों को प्रस्थान करते हैं जहां घर पर भी छठ मैया की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है।

शनिवार से प्रारंभ हुए छठ पूजन का उत्सव सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर समापन किया जाएगा है उसके पश्चात सभी अपनों को छठ पूजन का प्रसाद दिया जाता है लोगों की मान्यता है कि छठ पूजन से संतान प्राप्ति एवं परिवार की सुख समृद्धि खुशहाली बनी रहती है। घाटों में छठ पूजन के लिए जहां व्रती महिलाएं पूजा करने वाले लोग शामिल होते हैं वही बड़ी संख्या में उनके आस-पड़ोस परिचित लोग भी घाट में आकर पूजा में शामिल होते हैं जिससे घाटों में मेले जैसा उत्सव नजर आता है जहां हर कोई एक दूसरे को छठ पूजा की भक्ति भाव से बधाई शुभकामनाएं देते हैं

पसान नगर पालिका क्षेत्र के जमुना छठ तालाब एवं भालूमाडा केवई नदी घाट में छठ पूजन उत्सव में कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह एवं जमुना कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक सुधीर कुमार भी पहुंचकर लोगों को बधाई शुभकामनाएं दिए

नगर पालिका द्वारा की गई चाक-चौबंद व्यवस्था— नगर के जमुना छठ तालाब एवं केवई नदी घाट में छठ पूजन के लिए नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह के द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई थी दोनों ही घाटों में साज-सज्जा प्रकाश व्यवस्था पानी व्यवस्था सुरक्षा के इंतजाम बैठक व्यवस्था के लिए नगर पालिका के कर्मचारियों को तैनात किया गया था जिससे किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई किसी भी श्रद्धालु क्या वहां पर आने वालों को ना हो पूजन के दिन अध्यक्ष राम अवध सिंह उपाध्यक्ष अजय यादव के द्वारा जमुना छठ तालाब एवं भालूमुंडा के भाई नदी छठ घाट दोनों ही स्थानों पर जाकर पूजा शामिल हुए उनके साथ साथ नगर के गणमान्य नागरिक जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।

    सुरक्षा के दृष्टिकोण से भालूमाडॉ थाना प्रभारी भी अपनी टीम के साथ दोनों ही पूजा स्थलों का निरीक्षण करते रहे और दोनों ही स्थानों पर पुलिस बल की उपस्थिति रही।

भालूमाड़ा से सुरेश शर्मा की रिपोर्ट

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