बाल अधिकारों के उल्लघन संबंधी प्रकरणों निराकरण के लिये गोहपारू में शिविर आयोजित

245 से अधिक बाल अधिकारों का प्रकरणों का कराया गया निराकरण, अशोक को दिलाई गई ट्राईसाइकिल
शहडोल। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण की सदस्य सुश्री प्रीति भाराद्वाज दलाल एवं मध्यप्रदेश बाल अधिकार
सरंक्षण आयेाग की सदस्य मेघा पवार की उपस्थिति में तथा बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों की उपस्थिति
में शुक्रवार को जिले के जनपद पंचायत गोहपारू स्थित आईटीआई भवन में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग
की खंडपीठ द्वारा बाल अधिकारों के उल्लघंन से संबंधित प्रकरणों के निराकरण हेतु वृहद शिविर का आयोजन किया
गया ए जिसमें पंचायत एवं सामाजिक न्याय के 50 लोगो का दिव्यांगताए मेडिकल प्रमाण पत्र एवं पेंशन का लाभ
महिला बाल विकास की विभिन्न योजनान्तर्गत 180 बालक.बालिकाओं को लाभान्वित कराने के साथ शिक्षा
विभागए पिछड़ा वर्ग विभाग सहित अन्य विभागों के लगभग 15 प्रकरण स्वीकृत कराए गए।
इस मौके पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुश्री प्रीति भाराद्वाज दलाल द्वारा शिविर में
उपस्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को समझाइश दी कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित बाल अधिकारों
के नियमों एवं हितलाभों से बालक-बालिकाओं को लाभान्वित कराना सुनिश्चित कराएं जिससे उनका पोषण और
पुर्नवास संभव हो सकें। उन्होंने कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा करना मानव का परम धर्म है, वहीं केन्द्र एवं प्रदेश
शासन की मंशा भी है कि शोधित एवं पीडित व्यक्तियों को लाभान्वित कराकर उन्हें मुख्य धारा में लाया जाए।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में असहायए निर्बल और पीडि़त जनों की सेवा करना उनकी मदद कर उन्हें आगे बढाने
में सहयोग करने की पौराणिक परंपराएं रही है जिन्हें आगे बढाने में सभी अधिकारीए कर्मचारी जनप्रतिनिधिए
समाजसेवी एवं मीडिया के लोग आगे आएं जिससे इस परंपरा को जीवंत: प्रदान की जा सकें। इस मौके पर उन्होंने
महिला बाल विकास के क्षेत्रीय अमलों से रूबरू होकर उन्हें ग्रामीण स्तर पर कार्य करने में होने वाली कठिनाईयों
एवं योजनाओं को पर्णित करने के संबंध में जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र
है, यहां के लोग अभी उतने विकसित एवं जागरूक नही है, इसलिए शासन के विभिन्न विभागों के क्षेत्रीय अमले
अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ आम लोंगो को जागरूक भी करें तथा उन्हें विभागीय योजनाओं की
जानकारी देकर उनका लाभ दिलाने में मानवीय मदद भी करना सुनिश्चित करें।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की खंडपीठ द्वारा आयोजित बाल अधिकारों के उल्लघन से संबंधित
प्रकरणों के निराकरण हेतु गोहपारू के आयेाजित शिविर में पहुंचे दिव्यांग अशोक सिंह निवासी ग्राम बदरा जो कि
कक्षा10 में पढाई कर रहे है उनकी विगत दिनों में दुर्घटना में दिव्यांगता के कारण चलने फिरने में एवं स्कूल जाने में
परेशानी की समस्या समक्ष में उपस्थित होकर बताई गई। अशोक सिंह की समस्या देखकर सुश्री प्रीति भारद्वाज