चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितिः स्विगी
नई दिल्ली। फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने 380 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। संबंधित कर्मचारियों को ईमेल भेजकर उन्हें तत्काल प्रभाव से बाहर कर दिया गया है। खुद कंपनी के सीईओ ने यह चिट्ठी लिखी। ईमेल में माफी मांगते हुए सीईए हर्ष मजेटी ने छंटनी के कई कारण बताए हैं और लिखा कि कंपनी ने गलती से जरूरत से ज्यादा भर्ती कर ली थी, इसलिए छंटनी करना पड़ी है।
हाल में ही माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपनी सबसे बड़ी छंटनी को अंजाम दिया। हटाए गए कर्मचारियों में कई भारतीय भी हैं। अब ऐसी ही एक भारतीय मूल के कर्मचारी का दर्द सामने आया है। माइक्रोसॉफ्ट को अपने जीवन के 2 दशक से अधिक समय देने के बाद प्रशांत कमानी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
स्विगी ने जिन प्रमुख कारणों का उल्लेख किया है, उनमें से एक चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति है। कंपनी ने खुलासा किया कि फूड डिलीवरी घट गई है, जिसके परिणामस्वरूप कम मुनाफा और कम आय हुई है। हालांकि, कंपनी ने लगे हाथ यह भी साफ कर दिया है कि उसके पास खुद को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नकदी है।
प्रशांत ने लिंक्डइन पर अपनी बर्खास्तगी की खबर साझा की और कहा कि इससे उन्हें गहरा धक्का लगा है। कमानी माइक्रोसॉफ्ट में पिं्रसिपल सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर थें। यह उनकी पहली नौकरी थी। उन्हें लिखा कि लोगों को अपने काम से प्यार करना चाहिए, ना कि कंपनी से।