नगर परिषद बकहो के मुख्य कार्यपालन यंत्री द्वारा विगत 2 वर्षों से बंद पड़े हैंडपंप को सुधारने हेतु जन शिकायत पत्र लेने से किया इनकार
शहडोल ,नगर परिषद बकहो के वार्ड क्रमांक 12 सरस्वती स्कूल के पीछे ईंटा भट्ठा में दिनांक 19/04/2019 से बंद पड़े हैंडपम्प को सुधारने हेतु वार्डवासियों द्वारा नगर परिषद बकहो के सीएमओ को दिनांक 23/04/2021 को सामूहिक आवेदन पत्र दिया जा रहा था, जिसकी 1-1 प्रति माननीय कमिश्नर महोदय तथा माननीय कलेक्टर महोदय को पोस्ट के माध्यम से भेजी गयी है कोविड 19 के खतरे को द्रष्टिगत रखते हुये वार्ड वासियों के हस्ताक्षर किए हुये पत्र को वार्ड के निवासी सुबोध यादव द्वारा नगर परिषद बकहो के सीएमओ को पत्र दिया जाने का प्रयास किया गया परंतु इस पत्र को स्वीकार करने से माना कर दिया गया विगत 2 वर्षो से बंद पड़े हैंड पम्प के लिए वार्डवासियों द्वारा 30 से ज्यादा सीएम हेल्पलाइन मे शिकायते की गयी परंतु आज दिनांक तक उस पर भी कोई यथा उचित कार्यवाही नहीं की गयी और न ही किसी उच्च अधिकारी द्वारा 2 वर्षो मे उचित जांच की गयी पानी खराब अथवा लाल आने की शिकायत भी थी जिस पर आज तक अमल नहीं किया गया अब विगत 2 वर्षो से हैंड पम्प बंद पड़ा है जिसको बनवाने के लिए कई बार शिकायत की गयी परंतु वो भी अनसुनी कर दी गयी
नगर परिषद बकहो मे नल योजाना प्रत्येक माह मे 5-7 दिन बंद ही रहती है जिस पर सभी वार्डो मे टैंकर से पानी का वितरण किया जाता है परंतु वार्ड क्रमांक 12 में यह कह कर टैंकर नहीं भेजा जाता की संकीर्ण मार्ग है जबकि उसी मार्ग पर सीसी रोड बनाते समय टिपर (12 चकिया वाहन) से गिट्टी तथा रेत लाया जाता था तो फिर टैंकर से पानी का वितरण क्यू नहीं किया जा सकता
नल जल योजना चलती भी है तो वाल्व मैनों के द्वारा 30 मिनट वाल्व खोला जाता है जिसमे मात्र 20 मिनट पानी ही मिल पाता है क्योंकि पाइप लाइन भरने मे भी समय लगता है इस पर भी कई बार पंचायत सचिव तथा संबन्धित अधिकारियों से शिकायते की गयी परंतु इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो सकी शिकायत करने पर वाल्व मैनों के द्वारा गाली गलौज की जाती है इस पर भी जन शिकायत माननीय सीएमओ नगर परिषद बकहो को दी गयी परंतु उक्त वाल्व मैन पर कोई भी कार्यवाही सुनिश्चित नहीं की गयी
वार्ड में लगे हैंड पम्प के बिगड़े होने से वार्ड के लगभग 70 परिवार प्रभावित हो रहे हैं शिकायत करने के बाद 3 बार हैंड पम्प ठेकेदार द्वारा बनवाया गया जिसमे PHE विभाग द्वारा प्राप्त नयी 20 पाइपों को गायब कर दिया गया और उक्त हैंड पम्प में पुरानी पाइपों को लगा दिया गया जिसमे पम्प 1 -2 दिन चलाने के बाद पुनः खराब हो गया इसी प्रकार प्रत्येक बार हैंड पम्प बनाया गया और 18 पाइपों के स्थान पर अब केवल 10-12 पाइप ही बची हैं ठेकेदारो द्वारा विभागों के शासकीय पैसों का दुरुपयोग एवम गबन किया गया है साथ की ठेके में काम करने वाले श्रमिकों को न्यूनतम वेतन से भी कम मानदेय दिया जाता है और तो और श्रम अधिनियम के तहत PF भी नहीं दिया जाता जिस पर किसी भी विभाग की निगाह नहीं पड़ी अब देखना यह है की उक्त ठेकेदार पर कार्यवाही कौन और कब करता है
इस भीषण गर्मी मे नल जल योजना द्वारा 20 मिनट पानी मिलना टैंकर की व्यवस्था न होना तथा आवश्यकता पड़ने पर हैंड पम्प के बिगड़े होने से वार्ड वासी प्रभावित हैं