**अनूपपुर जिला में आंगनबाड़ी केंद्रों पर हीट वेव से बच्चों को हो रही परेशानी, बंद करने की मांग उठी**
गिरीश राठौड़
*जिला प्रशासन से अभिभावकों ने की मांग*
अनूपपुर, मध्य प्रदेश: जिले में चल रही भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए स्थानीय समुदाय और अभिभावकों ने आंगनबाड़ी केंद्रों को तत्काल बंद अवकाश करने की मांग की है
*हीट वेव का प्रभाव*
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। हीट वेव की चपेट में आकर बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में अत्यधिक गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है। इन केंद्रों में पर्याप्त वेंटिलेशन और ठंडक के साधनों की कमी के कारण बच्चों की हालत बिगड़ रही है
*स्वास्थ्य पर पड़ रहा प्रभाव*
हीट वेव के कारण बच्चों में डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और थकान जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वे इन समस्याओं से जल्दी प्रभावित हो रहे हैं। कई मामलों में बच्चों को उल्टी, दस्त और चक्कर आने जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं, जिससे उनकी सेहत को गंभीर खतरा पैदा हो गया है
*ठंडक के उपायों की कमी*
आंगनबाड़ी केंद्रों में ठंडक के उपायों की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। अधिकांश केंद्रों में पंखे और कूलर जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं इसके अलावा, ठंडे पानी की उपलब्धता भी सीमित है, जिससे बच्चों को अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
*शिक्षण और देखभाल में गिरावट*
गर्मी के कारण बच्चों की एकाग्रता में भी कमी आ रही है। शिक्षण गतिविधियों में बच्चों की भागीदारी कम हो रही है और वे थकान और अस्वस्थता के कारण शिक्षण सामग्री पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं इसके अलावा, देखभाल में भी कमी देखी जा रही है क्योंकि कर्मियों को भी अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है
*अभिभावकों की मांग*
अभिभावकों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि भीषण गर्मी और हीट वेव के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद किया जाए। उनका कहना है कि इस परिस्थिति में नन्हे मुन्ने बच्चों को घर पर रहना ज्यादा सुरक्षित रहेगा अगर आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करना संभव नहीं है, तो कम से कम ठंडक के उपायों और स्वास्थ्य सुविधाओं को तुरंत सुधारने की मांग की गई है
अनूपपुर जिले में चल रही हीट वेव ने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की स्थिति को बेहद खराब कर दिया है। बच्चों की सेहत और सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। अगर प्रशासन जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं करता, तो आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने की मांग और जोर पकड़ सकती है। बच्चों की भलाई के लिए सभी संभव उपाय किए जाने चाहिए ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ रह सकें।