संगमा साइडिंग से चचाई ताप विद्युत गृह तक कोल परिवहन के दौरान कोयले की हो रही चोरी
अनूपपुर। चचाई थाना क्षेत्र अंतर्गत संगमा साइडिंग से रेल द्वारा अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई तक कोयले का परिवहन मालगाड़ी द्वारा किया जाता है, ताप विद्युत गृह में कोयले की आपूर्ति इसी बैगन द्वारा लगातार की जाती है।संगमा से चचाई रेलवे लाइन की दूरी लगभग 8 से 10 किलोमीटर है जहां कोयला मालगाड़ी द्वारा संगमा साइडिंग से लोड होता है,और ताप विद्युत गृह पहुंचाया जाता है। इस पूरे कार्य के दौरान मालगाड़ी के ड्राइवर को छोड़कर बाकी कोयले की सुरक्षा करना ताप विद्युत गृह की जिम्मेदारी होती है।कोयला साइडिंग से लोड होने के बाद ताप विद्युत गृह की निजी सुरक्षा में प्लांट तक पहुंचाया जाता है। प्लांट द्वारा सुरक्षा कार्य हेतु आउटसोर्सिंग के माध्यम से एक निजी एजेंसी को कार्य दिया गया है। सुरक्षा एजेंसी द्वारा बैगन के कोयले की सुरक्षा हेतु सुरक्षा गार्ड लगाया जाना सुनिश्चित किया गया है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विगत हफ्तों में ही लगभग 2 बार पूरा का पूरा एक बैगन खोलकर कोयले की चोरी की जा चुकी है इस पूरे प्रकरण में ताप विद्युत गृह के प्रबंधन द्वारा मौन सहमति एक शंका के घेरे में है।पूरा बैगन का कोयला सरेआम खोलकर चोरी हो जाना सुरक्षा एजेंसी व ताप विद्युत गृह प्रबंधन के कार्य पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।प्रबंधन द्वारा इस ओर ध्यान ना देने से सरकारी राजस्व से लंबी राशि का नुकसान हो रहा है।