मास्साब बन कलेक्टर ने स्कूल के बच्चों को पढ़ाया जीवन का पाठ

0
(शुभम तिवारी)
शहडोल। वैसे तो जीवन में हर व्यक्ति किसी न किसी का छात्र किसी न किसी के लिए शिक्षक की भूमिका अदा ही करता है 5 सितंबर को शिक्षक दिवस का दिन उन सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है जो कभी छात्र थे या फिर शिक्षक, महिला समिति विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में  कलेक्टर डॉक्टर केदार सिंह एक शिक्षक की भूमिका में नजर आए कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर केदार सिंह जहां बच्चों से खुलकर मिले वहीं उन्होंने क्लास में जाकर बच्चों से सवाल जवाब भी किया है यही नहीं हाथ में चॉक लेकर डॉक्टर केदार सिंह ने बच्चों से कई सवाल जवाब किया और उनके उत्तर सरल भाषा में बोर्ड पर समझाएं कलेक्टर डोक्टर केदार सिंह का यह नया रूप बच्चों को काफी भाया वहीं जिले के सबसे बड़े अधिकारी को अपने बीच पाकर बच्चे भी काफी खुश नजर आए क्लास में बच्चों के साथ सवाल जवाब करने के बाद दर्जनों बच्चों ने कलेक्टर के साथ अपने फोटो भी खींचा और इस दौरान कलेक्टर ने उनसे यहां व्याप्त समस्याओं और अन्य कई प्रकार के सवाल जवाब किया।
विद्यार्थी और शिक्षक का संबंध शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा
डॉ. केदार सिंह ने  विद्यार्थियों से शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्बोंधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी और शिक्षक का संबंध शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह संबंध गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित होता है, जिसमें शिक्षक ज्ञान का स्रोत और मार्गदर्शक होता है, जबकि विद्यार्थी सीखने वाला होता है। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को शिक्षा का पाठ पढाते हुए कहा कि शिक्षा का महत्व जीवन में अत्यधिक होता है, क्योंकि यह व्यक्ति के मानसिक, सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायक होती है। शिक्षा से व्यक्ति को ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास प्राप्त होता है, जिससे वह समाज में अपनी भूमिका बेहतर तरीके से निभा सकता है। कलेक्टर ने बोर्ड में अर्थशास्त्र, विज्ञान जैसे अन्य विषयों के बारे में लिखकर विद्यार्थियों को महत्व भी बताया।
 इस अवसर पर प्राचार्य  दिलीप द्विवेदी, जिला महिला समिति की सचिव श्रीमती संगीता दुबे सहित श्रीमती शशि गुप्ता, श्रीमती शंकुतला सिंह बघेल, श्रीमती भारती गुप्ता, शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed