कलेक्टर ने बैगा परिवारों के चार कुपोषित बच्चों से किया भेंट

0

एनआरसी में भर्ती करवाने दी समझाइश, बच्चों को पोषण किट का किया वितरण

शहडोल। जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम सिंदूरी भर्री एवं खितौली का कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य कुपोषण की स्थिति की जानकारी हेतु भ्रमण किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने कलेक्टर को अवगत कराया कि ग्राम सिंदूरी भर्री एवं खितौली के बैगा परिवारों के चार गंभीर कुपोषित बच्चे है जिनके परिवार वाले उन्हें एनआरसी में भर्ती कराने हेतु तैयार नहीं है। कलेक्टर ने ग्राम पंचायत सिंदूरी भर्री के कुपोषित बच्चा आशीष बैगा पिता संतराम बैगा, ऋषभ बैगा पिता बसंत बैगा तथा ग्राम खितौली के आकाश बैगा पिता शिवचरण बैगा एवं सुमन बैगा पिता भीखम बैगा के घर पहुंच कर बच्चों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
कलेक्टर ने बच्चों के पोषण आहार, स्वास्थ्य इत्यादि की जानकारी प्राप्त की तथा कुपोषित बच्चों के परिजनों को उनके स्वास्थ्य हेतु एनआरसी में भर्ती कराने की समझाइश देते हुए कलेक्टर ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और देश का भविष्य उज्जवल हो इसके लिए हमारे बच्चों का स्वस्थ होना जरूरी है। सभी बच्चे स्वस्थ्य हो, यदि कोई बच्चा कुपोषित है, तो कुपोषण से बाहर लाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को आवश्यक रूप से एनआरसी में भर्ती कराएं तथा उन्हें कुपोषण मुक्त करें। एनआरसी में भर्ती कराने से बच्चों को पोषण आहार तथा उनके स्वास्थ्य में अच्छा प्रभाव पड़ेगा और वह अन्य बच्चों के जैसे मजबूत एवं क्षमतावान बन सकेंगे।
कलेक्टर की बात सुनते ही कुपोषित बच्चों के परिजनों ने कलेक्टर को आश्वासन दिया कि वह कल ही अपने बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराएंगे तथा अपने बच्चों को जल्द से जल्द शासन द्वारा मुहैया कराई गई सुविधाओं का लाभ लेंगे तथा अपने बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाएंगे। इस दौरान कलेक्टर ने कुपोषित बच्चों के परिजनों को कुपोषण से बचाने हेतु घर में ही हरी सब्जियों का प्रयोग करने, सफाई अपनाने, लोहे की कढ़ाई में सब्जी पकाकर खाने तथा अन्य बातों की समझाइश दी।
इस दौरान कलेक्टर ने कुपोषित बच्चों की माताओं से भी चर्चा की तथा उनसे जानकारी ली कि बच्चों को क्या खिलाती हैं तथा खुद भी क्या पोषण आहार करती हैं। कलेक्टर ने पोषण सभी को पोषण किट का वितरण किया तथा उन्हें पोषण किट के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि पोषण किट का उपयोग कुपोषित बच्चों के लिए अत्यंत आवश्यक है तथा बच्चों को दोनों टाइम देना जरूरी है, जिससे बच्चा कुपोषण मुक्त हो सके तथा वह अन्य बच्चों जैसा मजबूत एवं ऊर्जावान बन सके। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती शालिनी तिवारी, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग आनंद अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed