कंगना रणौत पर एफआईआर कराने थाने पहुंची कांग्रेस देश की आजादी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी का मामला
कंगना रणौत पर एफआईआर कराने थाने पहुंची कांग्रेस
देश की आजादी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी का मामला
कटनी॥ हाल ही में पद्मश्री अवार्ड से नवाजी गई कंगना रणौत द्वारा देश की आजादी को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। वहीं कांग्रेस ने भी कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला एवं ग्रमीण कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में रविवार को कांग्रेस पदाधिकारियों के एक शिष्टमण्डल ने शहर के कोतवाली थाने पहुंचकर कंगना के खिलाफ एफआइआर किए जाने के लिए आवेदन दिया। मालूम हो कंगना ने एक निजी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि 1947 की आजादी, आजादी नहीं थी, बल्कि वह भीख थी, जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।आवेदन में कहा गया है कि उनका यह बयान वर्ष 2014 के पूर्व स्थापित सरकारों, स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले सेनानियों, स्वतंत्रता संग्राम के विरुद्ध देश के लिए शहादत देने वाले शहीदों के विरुद्ध देश की जनता को भड़काने, नफरत, घृणा फैलाने का अक्षम्य अपराध है। इसलिए कंगना द्वारा अमर्यादित व अशोभनीय बयान भादवि की धारा-153(ख) के तहत दंडनीय अपराध है, जिस पर संज्ञान लेना पुलिस का अधिकार है। इसलिये उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाए।और तत्काल गिरफ्तार कर जेल मे डाला जाए !
थाना प्रभारी कटनी कोतवाली अजय सिंह को, अभिनेत्री कंगना रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का प्रकरण दर्ज किए जाने दिए गए आवेदन में उल्लेख किया गया है कि विभाजन पूर्व भारत देश को अंग्रेजों ने अपने गुलामी चक्र में जकड़ लिया था और देश पर अंग्रेजों ( इंग्लैंड ) द्वारा कब्जा कर लिया था । अंग्रेजों की गुलामी से भारत देश को स्वतंत्र कराने के लिए बेरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी ( महात्मा गांधी ) , पं . जवाहर लाल नेहरु , सरदार वल्लभ भाई पटेल , सुभाष चंद्र बोस , मौलाना अब्दुल कलाम आजाद , सरदार भगत सिंह , चंद्रशेखर आजाद सहित लाखों देशवासियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन करते हुए संघर्ष किया गया । इस संघर्ष में हजारों भारत वासियों ने अपनी शहादत दी । पचासों वर्षों तक चले आंदोलन के परिणाम स्वरुप विवश होकर अंग्रेजों ने भारत देश को अपनी दासता से स्वतंत्र किया और इस प्रकार 15 स्त 1947 को भारत देश आजाद हुआ । भारत देश को यह स्वतंत्रता भारत वासियों के संघर्ष , अपनी जान और सर्वत्र न्यौछावर करने और देश के लिए भारी संघर्ष करने के बाद आजादी प्राप्त हुई है । आजादी के बाद देश अखंड भारत बना । स्वतंत्रता मिलने की दिनांक 15 अगस्त 1947 की याद में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में भी मनाया जाता है । यह आजादी भीख में प्राप्त नहीं हुई है । विगत् दिनों टेलीविजन चैनल टाईम्स नाऊ में दिनांक 10 नवम्बर 2021 को समिट प्रसारण में अभिनेत्री कंगना रैनोत , निवासी ( होम टाऊन ) भामला ( हिमाचल प्रदेश ) वर्तमान निवासी खार , मुंबई ( महाराष्ट्र ) द्वारा यह कहा गया कि 1947 में भारत को स्वतंत्रता ( आजादी ) भीख में मिली थी वास्तविक आजादी तो 2014 में मिली है । अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा 15 अगस्त 1947 को वास्तविक आजादी को भीख में मिलना बताया गया है और इस प्रकार देश की स्वतंत्रता के लिए आंदोलन करने वाले लाखों शहीदों का अपमान किया है और इस प्रकार उसके द्वारा भारत देश की राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला बेबुनियाद आरोप लगाकर देश की स्वतंत्रता को चुनौती दी गई है । अभिनेत्री कंगना रनौत के द्वारा राजनैतिक विद्वेषवश व मूर्खतापूर्ण तरीके से लगाये गये उक्त आरोपों से हम सभी और करोड़ों देश वासियों की देश की स्वतंत्रता के प्रति भावनाएं आहत हुई है । उक्त टी.वी. कार्यक्रम सोशल मीडिया प्लेटफार्म ” यू ट्यूब ” आदि पर प्रसारित हुआ है , जो कि कटनी में भी प्रसारित हुआ है । जिसे मैंने व अन्य लोगों ने देखा है जिससे हमारी राष्ट्र एवं देशभक्ति के प्रति भावनाएँ आहत हुई हैं । अभिनेत्री कंगना रनौत के झूठे आरोपों से राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है । अभिनेत्री कंगना रनौत का कृत्य धारा 153 ( ख ) भा.द.वि. के अंतर्गत राष्ट्र द्रोह का अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर कठोर वैधानिक कार्यवाही करने की कृपा करें । दिए गए आवेदन के दौरान कांग्रेश जिला शहर अध्यक्ष मिथलेश जैन , कांग्रेश ग्रामीण अध्यक्ष गुमान सिंह , रमेश सोनी , पद्मानेस गौतम, आफताब अहमद, अजय जसवानी, हिमांशु तिवारी, बृजेश कुमार गुप्ता, रमेश कुमार सहित अन्य कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति रही!