पीआईयू विभाग की लापरवाही से ठेकेदार कर रहा मनमानी
पीआईयू विभाग की लापरवाही से ठेकेदार कर रहा मनमानी
वर्षो से पदस्थ एसडीओ पीके लोरिया दे रहा भ्रष्टाचार को संरक्षण
भवन की नीव में ही किया जा रहा है गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग
जिले में शासकीय भवनों का निर्माण परियोजना क्रियान्वयन इकाई की देख-रेख में किया जा रहा है, वर्षो से जडे जमा कर बैठे अधिकारियों की कमीशनखोरी ने ठेकेदार को लापरवाही की खुली छूट दे दी है, यही कारण है कि भवन के नीव से लेकर पुताई तक गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
अनूपपुर। मुख्यालय व आस-पास कई महत्वपूर्ण शासकीय भवन निर्माणाधीन है, ठेकेदारो ने भवन की नीव से ही लापरवाही कर निर्माण कार्य को दे रहे है, लेकिन जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों ने आंख बंद कर भ्रष्टाचार की खुली छूट दे रखी है। परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआईयू) विभाग में पदस्थ एसडीओ पी.के. लोरिया वर्षाे से विभाग में एक ही जगह सेवाएं दे रहे है, ठेकेदारो के साथ हाथ से हाथ मिलाकर घटिया भवनों के निर्माण में अपनी सहभागिता निभाते है, यही कारण है कि ठेकेदार खुले आम भवन निर्माण में चोरी की रेत का उपयोग के साथ ही घटिया सामग्री का प्रयोग कर रहा है और जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय में बैठकर धूप का आंनद ले रहे है।
नीव से शुरू है भ्रष्टाचार
जिला मुख्यालय के सटे ग्राम पंचायत सेंदुरी में नवनिर्मित कन्या महाविद्यालय में ठेकेदार धर्मेन्द चौबे भवन के नीव से ही भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा है। कई महीनों से तिपान नदी से चोरी की रेत का उपयोग कर भवन का नीव तैयार कर रहा था, जहां खनिज विभाग ने दबिश देकर कार्यवाही की है, उसके बावजूद भी देखा जाये तो भवन के नीव में गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। तकनीकी रूप से कई खामियां नजर आने लगी है, लेकिन पीआईयू विभाग में बैठे मठाधीशो को कमीशन के आगे भवन की गुणवत्ता से कोई लेना देना नही है।
अस्पताल में भी यही हाल
परियोजना क्रियान्वयन इकाई के अधीन नवनिर्मित 200 बिस्तरीय जिला चिकित्सालय में भी ठेकेदार ने पैसे बचाने के फेर में गुणवत्ताविहीन कार्य कर रहा है। वर्तमान परिदृश्य में जिला चिकित्सालय की पुताई का कार्य किया जा रहा है, पूर्ण होने के पूर्व ही दीवार पर पेंच दिखाई देने लगे है, ठेकेदार पेंच लगाकर भ्रष्टाचार को छिपाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन पीआईयू विभाग में बैठा एसडीओ पी.के. लोरिया ठेकेदार के सामने नतमस्तक हो गया है, यही कारण है कि किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही किया जा रहा है।
मीडिया से बनाते है दूरी
पीआईयू विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मीडिया से इतनी दूरी बनाते है कि कभी भी किसी भी प्रकार से कार्यो की जानकारी प्रदान नही करते है। इनके अधीन निर्मित भवने बिना सूचना बोर्ड के बन रही है, इतना ही नही विभाग का कार्यालय भवन भी बिना पता का संचालित है। न तो कार्यालय का नाम दिखाई दे रहा है और न ही कार्यालय का पता, चुप-चाप अपने कारोबार को अंजाम दे रहे है। एसडीओ तो मीडिया से इतनी दूरी बनाते है कि कार्यालय में तो कभी मिलते नही है और न ही मोबाइल पर जानकारी देते है। तरह-तरह के बहाने बनाने में माहिर एसडीओ मीडिया का फोन तक नही उठाता है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनका रूचि अच्छे भवन निर्माण से ज्यादा ख्ुाद के कमीशन से रहता है।
इनका कहना है
आप एसडीओ से बात कर लीजिए, वही पूरी जानकारी देंगे।
के.एस. इनवैती, कार्यपालन यंत्री
परियोजना क्रियान्वयन इकाई अनूपपुर