डिप्टी रेंजर को मुख्य वन संरक्षक ने किया निलंबित

शहडोल। दक्षिण वन मण्डल अंतर्गत हरदी वन चौकी में पदस्थ नरेंद्र मिश्रा डिप्टी रेंजर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अमर्यादित तरीके से दुव्र्यवहार एवं अपमानित करने के संबंध में तथा हरदी वन चौकी में पदस्थापना के बाद भी हरदी वन चौकी से गायब रहते थे, शिकायते डीएफओ से लेकर सीसीएफ तक पहुंची और मुख्य वन संरक्षक ने नरेंद्र मिश्रा को निलंबन का आदेश जारी किया। वैसे तो शहडोल वन विभाग हमेशा सुर्खियों में रहा है, ताजा मामला डिप्टी रेंजर का है, बुढार वन परिक्षेत्र अंतर्गत हरदी वन चौकी का है, हरदी वन परिक्षेत्र अंतर्गत नरेंद्र मिश्रा दोबारा हरदी वन चौकी का प्रभार संभालने के लिए आए थे, इसके पूर्व वैशाली नामदेव रेंजर बुढ़ार के द्वारा इनके भ्रष्टाचार एवं अमर्यादित तरीके से दुव्र्यवहार एवं अपमानित करने के संबंध में शिकायत डीएफओ से की गई थी, जिस पर इनका तबादला गोहपारू रेंज किया गया था, लेकिन खादीधारियों की चाटुकारिता कर भ्रष्टाचार एवं अमर्यादित तरीके से दुव्र्यवहार एवं अपमानित करने के नरेंद्र मिश्रा हरदी वन चौकी अपना तबादला करा कर फिर से हरदी वन चौकी के प्रभारी बन गए थे, वहीं वनपाल परिक्षेत्र सहायक हरदी नरेंद्र मिश्रा की लगातार हो रही शिकायतों को संज्ञान लेते हुए एल.एल. उइके मुख्य वन संरक्षक ने कार्रवाई करते हुए वनमंडल दक्षिण शहडोल को वरिष्ठ अधिकारी के साथ अमर्यादित तरीके से दुव्र्यवहार एवं अपमानित करने के संबंध में उप वन मंडलाधिकारी जैतपुर के द्वारा प्रस्तुत पत्र में उल्लेखित तथ्यों के आधार पर म.प्र. सिविल सेवा(वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 (1) में निहित प्रावधान के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय काष्ठागार नरसरहा शहडोल, वनमंडल दक्षिण शहडोल रहेगा। इन्हें निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
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