धनपुरी टैक्सी चालकों के बीच अब भूखे मरने की नौबत, लॉक डाउन में कैसे भरे टैक्सियों की क़िस्त

अतीक खान
धनपुरी। नगर में लगभग ढाई सौ ऑटो टैक्सी का परिचालन होता है, धनपुरी नगर से बुढार,खैरहा, हरदी, बंगवार, और भी आस पास से सटे गाँव के लिए किया जा रहा है। चुकी बीते माह से लॉक डाउन की मार झेल रहे टैक्सी चालकों के बीच टैक्सी की क़िस्त और परिवार का भरणपोषण करना भारी पड़ रहा, शासन प्रशासन की तरफ से भी टैक्सी चालकों को कोई राहत अभी तक नही मिल पाई है।टैक्सी यूनियन अध्यक्ष ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि जल्द ही टैक्सी चालकों की समस्याओ का हो रही दिक्कतों का हल नही निकलता तो उनके सामने परिवार का बोझ उठा पाना संभव नही है,
अध्यक्ष ने बताया कि इस लॉक डाउन में कई समाजसेवी संग़ठन जरूरतमंदों की मदद कर रहे, लेकिन हमारी मदाद के लिए कोई भी संगठन अभी तक आगे नही आयाा
कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार
टैक्सी चालक चालक संघ के अध्यक्ष ने बताया कि हमारी सारी टैक्सी बैंक से फाइनेंस होती हैं या प्राइवेट फाइनेंसर से फाइनेंस कराई जाती हैं प्रतिमाह हमें टैक्सी की किस्त जमा करनी होती है। लेकिन बीते माह से ना तो हम टैक्सी की किस्त जमा कर पा रहे हैं नाही अपने परिवार का गुजर-बसर कर पा रहे हैं। ऐसी विषम और कठिन परिस्थितियों में अब हम किस से मदद की गुहार लगाएं टैक्सी संघ ने जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है यदि जल्द ही इनकी गुहार नहीं सुनी गई तो इन्होंने आंदोलन की भी चेतावनी दी है।