रामपुर-बटुरा खुली खदान को खोखला कर रहा धोलू कंपनी

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रामपुर-बटुरा खुली खदान को खोखला कर रहा धोलू कंपनी

नियत-शर्तो के विपरीत कारोबार, पेटी कान्ट्रेट में चला रहा चेलाराम

बिना अनुमति कराये बोरबेल, रायल्टीविहीन रेत से निर्माण कार्य

मेगा प्रोजेक्ट रामपुर-बटुरा खुली खदान परियोजना में नियमों के विपरीत कार्य करने वाली धोलू कंपनी के द्वारा निर्माण कार्यो में चोरी की रेत का उपयोग कर रही है, वही परियोजना अंतर्गत किये गये बोरवेल की भी अनुमति नही ली। कंपनी के मैनेजर प्रमोद सिंह अब ऑफ रिकार्ड तरीके से चेलाराम को पेटी कान्ट्रेक्ट के तहत कारोबार का हिस्सा बना लिया, जिसके बाद मजदूरो का शोषण कर न्यूनतम मजदूरी भी हडप ली जा रही है।

अनूपपुर। साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड खुली खदान सोहागपुर क्षेत्र की नवीन मेगा प्रोजेक्ट रामपुर-बटुरा खुली खदान परियोजना वर्ष भर से संचालित है। शुरू होते ही धोलू कंपनी के हाथ में ओबी हटाने का कार्य दिया गया है, जहां उपक्षेत्रीय प्रबंधक तथा पेटी कान्ट्रैक्टर चेलाराम के साथ मिलकर मजदूरो का जमकर शोषण किया जा रहा है। एसईसीएल के तय मापदण्डो के अनुरूप कार्य न करते हुए अपनी मनमानी करते हुए कारोबार को अंजाम दे रहे है। प्रोजेक्ट से प्रभावित कुछेक कृषकों को कार्य तो दिया गया है, लेकिन शोषण भी जमकर इसलिए करते है तांकि क्षेत्र के मजदूर परेशान हो जाये और खदान में दखल कम रहे और नियमों के विपरीत कोयले का कारोबार धडल्ले से चलता रहे है।

बिना अनुमति किया बोलवेल

परियोजना के संचालन में पानी की विशेष आवश्यकता होती है, जिसके बाद कई बोरबेल धोलू कंपनी के द्वारा बीते महीनों में कराया गया है, जहां न तो संबंधित विभाग से अनुमति ली गई और न ही सूचना दिया गया। बोरबेल मशीन खदान में बुलाकर सीधे मनमानी करते हुए कई बोरवेल शुरू कर दिया गया, जिससे शासन के राजस्व का नुकसान तो हुआ ही साथ ही खुली खदान में धोलू कंपनी अपना कब्जा स्थापित करते जा रहा है। मेगा प्रोजेक्ट रामपुर बटुरा खुली खदान में कार्यरत कंपनी के मैनेजर प्रमोद सिंह एवं उप क्षेत्रीय प्रबंधक के सांठगांठ से रोज कोयला चोरी करवाया जा रहा है, पहले जब धोलू के पास सिर्फ ओबी का काम था तब कम कोयला चोरी होता था, लेकिन वर्तमान में कंपनी को कोयला प्रोडक्शन कभी टेंडर दे दिया गया है। जिससे उसी की मशीनें, गाड़ी आदि का उपयोग हो रहा है। अब इन्हे कोयला चोरी करने से कोई रोक-टोक नही सकता, जिसका फायदा उठाते हुए प्रतिदिन अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है।

बिना रॉयल्टी लिया रेत

पूर्व में हुए निर्माण कार्यो में मैनेजर प्रमोद सिंह द्वारा रेत का उपयोग भारी मात्रा में किया गया, लेकिन इन्होने बिना रॉयल्टी के ही अवैध तरीक से रेत की खरीदी की है। निर्माण कार्य में पैसा बचाने तथा शासन का नुकसान करने में अपनी अहम भूमिका प्रमोद ने निभाया है, परियोजना के अधिकारियों केे साथ सांठ-गांठ कर अवैध गतिविधियों में शामिल रहना कही न कही परियोजना को खोखला करते जा रहा है।

रामपुर बटुरा खुली खदान परियोजना के जिम्मेदार उप क्षेत्र प्रबंधक द्वारा कंपनी के मैनेजर केसाथ कोले हीरे के इस अवैध कारोबार से राष्ट्रीय संपत्ति को दोहन लगातार हो रहा है। साथ ही कंपनी का एसईसीएल से जो एग्रीमेंट हुआ है, जिस पैमाने पर कार्य करना चाहिए, उसको भी क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा मोटी रकम लेकर अनदेखा कर दिया जाता है।

नियमों के विपरीत चेलाराम का कारोबार

रामपुर खदान में कार्य कर रही धोलू कंपनी द्वारा रामपुर खुली परियोजना में पेटी कांन्ट्रैक्ट के रूप में नियमों के विपरीत जाकर चेलाराम को कार्य दिया हुआ है, लेकिन वही उक्त पेटी कांट्रेक्टर द्वारा मजदूरों का मजदूरी शोषण किया जा रहा है व मजदूरों को मजदूरी के नाम से मात्र आधा राशि दी जाती है जो नियम का खुला उल्लंघन है।

उप क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा रामपुर के तथाकथित लोगों को आंदोलन के लिए उकसाया जाता है और आंदोलन खत्म कराने का फंडा निकाला जाता है। इनके द्वारा गांव के कुछ लोगों को उकसा कर तरह-तरह के ग्राम पंचायत से आवेदन दिला कर कार्य स्वीकृत किया जाता है और काम को गुणवत्ता विहीन करके आहरित पैसों का बंदरबांट कर लते है।

क्षेत्रवासियों को किया दरकिनार

रामपुर खुली परियोजना अंतर्गत धोलू कंपनी के मैनेजर अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है, इसके पूर्व भी कोयला चोरी खदान से हुई है और कोतवाली में कोयला चोरो पर एफआईआर भी दर्ज है, लेकिन किसके शह पर चोरी किया गया है, उसे छोड दिया है। कंपनी द्वारा ओबी हटाने का काम लिया गया है, जिसमें नियमत: जिस गांव में कार्य किया जाता है वहां से 60 प्रतिशत लोगों को काम में रखा जाता है, जो अप्रशिक्षित हैं उन्हें प्रशिक्षण देकर काम में रखा जाना चाहिए, लेकिन वही कंपनी द्वारा रामपुर के मात्र 8 से 10 लोगों को छोडक़र शेष अन्यत्र जगह से कामगारो को काम में रखा गया है, जबकि कंपनी नियत में स्पष्ट है की 60-40 का रेश्यो होना चाहिए। इसे सरकार भी कहती है, लेकिन धोलू कंपनी अपना मनमाना कार्य कर रहा है, ढोलू कंपनी द्वारा अगर गांव के 60 प्रतिशत लोगों को काम पर नहीं रखता है, तो ग्रामीण जनों द्वारा कंपनी का कार्य बंद किया जाएगा, जिसकी समस्त जवाबदारी कंपनी की होगी।

इनका कहना है

पूर्व में हमारे द्वारा कई बार कोयला चोरी के मामले में कार्यवाही की गई है, लगातार हमारी टीम निगरानी रख रही है, आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। परियोजना में हो रहे नियम विपरीत कार्य पर आप उपक्षेत्रीय प्रबंधक से संपर्क कीजिए।

अमर वर्मा, थाना प्रभारी

कोतवाली अनूपपुर

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