अंततः डाइट के कर्मचारियों को प्राप्त हुआ वेतन

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(शिरीष नन्दन  श्रीवास्तव 9407070665)

डाइट शहडोल कर्मचारियों को प्राप्त  हुआ वेतन

संस्थान स्तर से वेतन की कार्यवाही थी पूरी,

वित्त विभाग के वेतन सर्वर में खराबी के कारण हुआ था विलंब

शहडोल। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संसथान की और अधीनस्थ कर्मचारियों को वेतन प्राप्त हो चुके है । जिससे सभी कर्मचारियों ने संतोष की सांस ली  । वेतन  भुगतान में हुए देरी का कारण पता करने जानकारी मिली कि इससे सम्बन्धी समस्त कार्यवही पहले ही पूर्ण कर ली गई थी एवं वेतन पत्रक निर्माण के बाद वेतन भुगतान में हुए विलम्ब का कारण जानने का प्रयास करने से पता चला कि प्रदेश स्तर से ही वेतन जारी करने वाले सर्वर में कुछ खराबी आ गई थी और जिसके कारण डायट स्तर से सम्पूर्ण कार्यवाही पूरी होने के बाद भी डाइट के कर्मचारियों को वेतन जारी होने में थोड़ा विलम्ब हो रहा था लेकिन राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इस समस्या का समाधान करवाकर इसमें सुधार कर लिया गया है जिससे डाइट के सभी कर्मचारियों का वेतन अब जारी हो गया है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह द्वारा ८ जून को नियमानुसार कार्यवाही कर संस्थान में पदस्थ वरिष्ठ एवं विज्ञप्त राजपत्रित अधिकारी प्राचार्य आर.के मंगलानी को पूर्व से प्राप्त पद में समाहित वित्तीय अधिकार की अनुमति से वेतन भुगतान के बिल जनरेट किये जाने की समस्त समस्याए दूर हो गई थी एवं संस्थान स्तर से प्राचार्य ने दिन और रात एक कर के नियमानुसार संपूर्ण कार्यवाही कर वित्त विभाग के एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (आईएफएमआईएस ) वेतन जनरेशन सॉफ्टवेर में वेतन भुगतान की कार्यवाही कर दी थी, जिससे डाइट संस्थान से जुड़े दो अन्य स्कूलों एवं जिला प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के कर्मचारियों को वेतन भुगतान श्री मंगलानी के पद में समाहित अधिकार वापसी के ८ जून के आदेश के कुछ ही दिन में कर दिया गया था परन्तु प्रदेश स्तर से आईएफएमआईएस वेतन जनरेशन सॉफ्टवेर में प्रदेश के समस्त (डाइट) जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के वेतन सर्वर में आवंटित वेतन परिलिक्षित न होने के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा था जो अब किया जा चुका है ।

वेतन जनरेशन प्रणाली और नियम, आदेश एवं पत्रों को जाने बिना एवं कुछ भी ना जानने का और सही सूचना नहीं प्राप्त करने का मनमाना रवैया अपना लेने से असामाजिक तत्व भ्रामक खबरें फैला रहें है और कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति बनाई जा रही है उनसे कुछ भी बुलवा लेने के गलत दावों के साथ , प्राचार्य के विरुद्ध अर्नग्ल बातें कर भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि ऐसा नहीं है ,ये प्राचार्य श्री मंगलानी के प्रयासों का परिणाम है कि आज सभी कर्मचारियों को वेतन प्राप्त हो गया है ।

डायट शहडोल ने राज्य शिक्षा केंद्र(रा.शि.के) को किया सबसे पहले सूचित और फिर रा.शि.के ने प्रदेश की सभी डाइट को किया सूचित

राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल को डायट शहडोल ने सबसे पहले वेतन सर्वर की खराबी की सूचना दी और जब प्रदेश की अन्य सभी डाईट से पूछने पर यह पता चला कि वेतन सर्वर में खराबी आ गई है तो राज्य शिक्षा केंद्र ने डायट शहडोल की सूचना पर तीसरे दिन ही दिनांक 27-06-2020 को पत्र क्र.F-1/809 से प्रदेश कोष एवं लेखा संचालक को वेतन सर्वर की खराबी से अवगत करवाया जिसमे डाइट शहडोल के पत्र का उल्लेख भी था , एवं जल्द से जल्द आगामी कार्यवाही के लिए कहा और अब जब वेतन सर्वर में सुधार के बाद प्रदेश की समस्त डाइटों का वेतन भुगतान हो पा रहा है।

बताया जा रहा है कि प्राचार्य मंगलानी वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (IFMIS) सॉफ्टवेयर एवं वित्तीय नियमों की सटीक जानकारी के कारण एवं सर्वर में सुधार के बाद संस्थान के सभी कार्यों को पुनः सुचारू रूप से संचालित करना प्रारम्भ कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि श्री मंगलानी पूरा अप्रैल एवं मई कोरोना वारियर के रूप में जिला कोरोना कंट्रोल सेण्टर (ई-दक्ष केंद्र) में रात में ड्यूटी की गई और दिन में वह संस्थान में कार्य करते रहे। उसके बावजूद कुछ दिन पूर्व प्राचार्य असामाजिक तत्वों द्वारा श्री मंगलानी के लिए यह अफवाह फैलाई गई की वे संस्थान से बिना किसी सूचना के नदारद रहे जबकि ऐसा नहीं है प्राचार्य ने नियमानुसार प्रशासन को लिखित सूचना दी थी और अवकाश के दौरान अगले अधिकारी को बकायदे प्रभारी भी बनाया था जिसके लिखित दस्तावेज मौजूद है। ऐसे में बिना सूचना संस्था से बाहर रहने का की बात फैलाना समझ से परे है । इसके विपरीत इसी संस्थान के एक  व्याख्याता बिना किसी सूचना के 9 जून से 19 जून नदारद रहे थे एवं हाजरी रजिस्टर में उनके 10 दिन से हस्ताक्षर भी नहीं हुए है। जिस पर कार्यवाही की मांग अब तेज हो गई है।

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