असामाजिक तत्वों से परेशान होकर गृहस्थ महिलाओं ने सौंपा नप अध्यक्ष को ज्ञापन

असामाजिक तत्वों से परेशान होकर गृहस्थ महिलाओं ने सौंपा नप अध्यक्ष को ज्ञापन
कोतमा। कोतमा नगर के रेलवे कॉलोनी और मुर्गी बाजार के पास स्थित वार्ड क्रमांक 3 वार्ड क्रमांक 6 के मध्य में लगने वाले मीट मटन और बिरयानी की दुकानों के साथ शराब की दुकान के कारण रिहायशी इलाके में असामाजिक तत्व से बढ़ रही परेशानी को लेकर इस बार गृहस्थ महिलाओं ने मोर्चा खोलते हुए शांतिपूर्ण तरीके से कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ को ज्ञापन सौंपकर उक्त दुकानों को निश्चित स्थान पर पहुंचाने की मांग की है। ज्ञात हो कि बड़े मुल्लाजी हार्डवेयर के सामने विगत कई वर्षों से बिरयानी की दुकान और समीप में शराब दुकान का संचालन किया जा रहा है जिससे कोतमा ही नहीं आसपास के क्षेत्र के अपराधिक प्रवृत्ति के लोग आकर देर शाम तक रिहायशी इलाकों में उत्पात मचाते हैं वही शराब पीकर बिरयानी की दुकान के आसपास लड़ाई झगड़े और ग्रुप बनाकर आसपास आने वाली महिलाओं से छेडख़ानी करते नजर आते हैं आए दिन हो रही घटनाओं को देखते हुए उक्त मोहल्ले की गृहस्थ महिलाओं ने नगर पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन लिखकर जल्द से जल्द दुकानों को निश्चित स्थान देकर स्थानांतरित करने की मांग की है। ज्ञात हो कि उक्त जगह से मंदिर का आना जाना वही मुख्य बाजार में वार्ड क्रमांक 7 के लोगों का आना जाना भी लगा रहता है बीच मध्य में मुर्गी बाजार और फिर बिरयानी की दुकानें आम जनमानस के सिर दर्द का कारण बन रही है वही धार्मिक कारण भी आम जनमानस के लिए बना हुआ है अगर नगर पालिका प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द उक्त दुकानों पर कार्यवाही कर उसे नियत स्थानों पर नहीं रखा जाएगा तो महिलाओं का कहना है कि जल्द ही उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगी।
मुर्गी बाजार बनी वार्ड नंबर 7 का सिर दर्द
वार्ड क्रमांक 7 के मध्य में रिहायशी इलाके के पास ही मुर्गी बाजार का संचार लंबे समय से किया जा रहा है हाल ही में नगर पालिका ने मुर्गी बाजार को हटाने का भी काम किया था लेकिन फिर भी कुछ दुकानें मुर्गी बाजार पर लगाई जा रही हैं जबकि प्रशासन द्वारा छप्पन लाख की लागत से वार्ड क्रमांक 12-13 में मुर्गी बाजार और मीट मार्केट का व्यवस्था की गई है जिसके बाद भी वार्ड नंबर 7 में मीट मार्केट लगाई जा रही हैं जिससे आहत होकर कई बार लोगों द्वारा जनप्रतिनिधियों से मुर्गी बाजार हटाए जाने की मांग की गई लेकिन वोट बैंक की राजनीति ने सभी के हाथ खड़े कर दिए थे हाल ही में नगर पालिका ने कुछ प्रयास तो किया है लेकिन अभी हालात वैसे ही है मुर्गी बाजार को लेकर अगर जल्द ही प्रशासन कड़े कदम नहीं लेगा तो जनता का आक्रोश बढ़ता चला जाएगा।