इंजीनियर व ठेकेदार मिलकर खेल रहे सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का खेल
गौरव टेक्निका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बना रही घटिया सडक
कार्यादेश को दर किनार कर बनाई जा रही गुणवत्ता विहीन सडक
इंजीनियर व ठेकेदार मिलकर खेल रहे भ्रष्टाचार का खेल
ताप विद्युत गृह चचाई के डबल डी कालोनी में गौरव टेक्निका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा सिविल विभाग द्वारा डबल डी कॉलोनी में दिये गये, सडक निर्माण के कार्यादेश के विपरित जा कर कम्पनी द्वारा सडक निर्माण किया जा रहा है। गुणवत्ता की अनदेखी देख कॉलोनी वासी ने मांमले की शिकायत मुख्य अभियंता से करते हुये गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कराये जाने की मांग की है। सूत्र बताते है कि ईजीनियर से सांठ गांठ कर ठेकेदार के द्वारा भ्रष्टाचार का खुला खेला जा रहा है, समय रहते अधिकारियो ने ध्यान नही दिया तो जांच तक भ्रष्टाचार सीमित रह जायेगा।
सीताराम पटेल
अनूपपुर। गौरव टेिक्नका इंडिया प्रावईवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा अमरकटंक ताप विद्युत गृह चचाई के डबल डी कॉलोनी में बनाई जा रही सडक में प्रारंभ से ही भ्रष्टाचार दिखाई पड रहा है। कम्पनी के द्वारा सिविल विभाग से जारी कार्यादेश का कही पर इसलिए बोर्ड नही लगाया गया, ताकि लोग कुछ न जान सके जबकि किसी भी निर्माण कंार्य की स्वीकृति दिनांक व उसकी पूर्णता एवं लागत राशि का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए, लेकिन जब मंशा भ्रष्टाचार करने की है तो फिर इन सब कि आवश्यकता कैसी होगी और ताप विद्युत ग्रह चचाई के सिविल विभाग के इंजीनियरो ने तो ठेकेदार के द्वारा किये जाने वाले भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के मामले में पहले से ही महारत हासिल कर रखी है। तब फिर गुणवत्ता पूर्ण कार्य की सोच रखना कालोनी वासियों के लिये बेईमानी सा होगा
नही भरे जा रहे पैच, यूं ही हो रहा कार्य
सड्क निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार को क्या कुछ करना है यह तो कार्यादेष जारी करने वाले सिविल विभाग के अधिकारी ही जानते है। कार्य से जुडे सूत्रो की माने तो यदी सडक पर परत चढाकर निर्माण करना है। तो पहले सडक में गड्ढो को पैच करने के बाद सडक से डस्ट हटाते हुये कार्य किया जायेगा लेकिन यहां ठेकेदार के द्वारा बिना क्रेषर कि गिट्टी डालकर कैमिकल डालते हुये परत चढाई जा रही है। ऐसे में कितनी गुणवत्ता युक्त सडक का निर्माण होगा यह तो इंजीनियर ही भलीभंाति जान सकते हैं।
घंटो बाद डाला जाता मिक्चर मटेरियल
सडक निर्माण कर्ता गौरव टेिक्नका इंडिया प्रावईवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा अन्यत्र से हाईवा वाहन में मिक्चर मटेरियल वाहन मगाकर सडक मे घंटो बाद मटेरियल का ताप समाप्त होने के बाद डालकर रोलर चलाया जाता है। ऐसे में वह सडक कितनी मजबूत होगी यह निरीक्षण करने वाले इंजीनियर को देखना है विभाग से जुडे सूत्र बताते है कि यदि इस प्रकार का ठेकेदार के द्वारा कार्य किया जा रहा है। तो फिर गुणवत्ता पूर्ण कार्य का सवाल ही नही उठता हंलाकि जब पहले से ही इंजीनियर और ठेकेदार मनमर्जी पूर्ण कार्य कराने की ठान ली है। तो फिर कोई बात ही नही है।
आखिर क्यो नही लगाया बोर्ड
शासन प्रशासन के स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी स्वीकृत कार्य को प्रारंभ करने के पहले वहां पर जारी कार्यादेश का स्पष्ट उल्लेख करते हुये बोर्ड लगाये तो फिर ताप विद्युत गृह चचाई का सिविल विभाग शासन से अलग इकाई नही है। फिर ठेकेदार के द्वारा कार्य प्रारंभ करने का दिनांक व उसकी पूर्णता का दिनांक व स्वीकृत लागत राषि का उल्लेख करते हुये बोर्ड क्यो नही लगाया गया ताकि मनमर्जी पूर्ण कार्य का विरोध न किया जा सके।
इनका कहना है
फोन के माध्यम से बात नही हो पायेगी, आप सामने आकर बात कीजिए, आपको जानकारी उपलब्ध करा दी जायेगी।
लालजीत ङ्क्षसह, संचालक
गौरव टेिक्नका इंडिया प्रावईवेट लिमिटेड
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आपके द्वारा जानकारी दी गई है, मैं स्थल का निरीक्षण कराउंगा, यदि कार्यादेश के अनुसार कार्य नही हो रहा है तो कंपनी पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
व्ही.डी. कुर्मी, कार्यपालन अभियंता
ताप विद्युत गृह चचाई (सिविल विभाग)