आमजन से जुड़ी योजनाओं और विकास कार्यों का परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें- निगमायुक्त तपस्या परिहार निगमायुक्त ने नगर के विभिन्न स्थलों का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिए ठोस निर्देश
आमजन से जुड़ी योजनाओं और विकास कार्यों का परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें- निगमायुक्त तपस्या परिहार
निगमायुक्त ने नगर के विभिन्न स्थलों का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिए ठोस निर्देश
कटनी।। नगर निगम आयुक्त सुश्री तपस्या परिहार ने शहर के आधा दर्जन से अधिक स्थलों का औचक निरीक्षण कर आमजन से जुड़ी शासकीय योजनाओं एवं विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि विकास कार्यों का परिणामोन्मुखी एवं गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन निर्धारित समयसीमा में सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के दौरान कार्यपालन यंत्री अंशुमान सिंह, राजस्व अधिकारी जागेश्वर पाठक, सहायक यंत्री अनिल जायसवाल, जयेंद्र प्रताप सिंह बघेल, पवन श्रीवास्तव, उपयंत्री शैलेन्द्र प्यासी, आलोक गर्ग सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

निगमायुक्त ने सर्वप्रथम माधवनगर में लगभग 1 करोड़ 6 लाख रुपए की लागत से बन रहे आरसीसी नाले के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। सहायक यंत्री ने बताया कि 500 मीटर के नाले में अब तक 436 मीटर कार्य पूर्ण हो चुका है। निगमायुक्त ने क्षतिग्रस्त जालियों की मरम्मत कराने और रोड-नाली के बीच के शेष कच्चे हिस्से को पक्का करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के अंतर्गत एएचपी घटक हेतु पहरूआ में चिन्हित भूमि का भी निरीक्षण किया।
नगर में ट्रांसपोर्ट संचालकों को व्यवस्थित रूप से ट्रांसपोर्ट नगर में स्थानांतरित करने की दिशा में किए जा रहे कार्यों का भी निगमायुक्त ने स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अंतरराज्यीय बस स्टैंड, पेट्रोल पंप स्थल, वाहन पार्किंग, प्लांटेशन क्षेत्र और अतिक्रमण से मुक्त भूखंडों का अवलोकन किया। साथ ही अधिकारियों को योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने जगन्नाथ चौक से गर्ग चौराहा, कनकने स्कूल मोड़, घंटाघर और रामलीला मैदान क्षेत्रों का भ्रमण कर यातायात व्यवस्था और पार्किंग की स्थिति देखी।
ई-लाइब्रेरी कार्य 31 दिसंबर तक गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें
निरीक्षण के दौरान निगमायुक्त ने के.सी.एस. स्कूल में निर्माणाधीन ई-लाइब्रेरी भवन का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि सभी शेष कार्य 31 दिसंबर तक गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाएं। उन्होंने निर्माण कार्य की मद, बच्चों की बैठने की क्षमता और भुगतान स्थिति की जानकारी लेकर तय ड्राइंग-डिजाइन के अनुरूप कार्य करने पर बल दिया। निरीक्षण के दौरान निगमायुक्त ने के.सी.एस. स्कूल के ऊपरी कक्ष में चल रहे 16 लाख रुपए के मरम्मत कार्य का जायजा लिया और सीढ़ियों में रेलिंग लगाकर उन्हें सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुराने बरामदे की खराब गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित नस्तियों की जांच और जर्जर भवन को डिस्मेंटल करने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। अंत में, निगमायुक्त सुश्री परिहार ने भारत निर्माण कोचिंग पहुंचकर छात्रों एवं शिक्षकों से संवाद किया और वहां की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निगमायुक्त का स्पष्ट संदेश है कि विकास कार्यों में गुणवत्ता, गति और पारदर्शिता सर्वोपरि होनी चाहिए। आमजन को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ समय पर मिले यही प्रशासन की प्राथमिकता है।