बिना सूचना काम से निकाल दिया: कलेक्टर से शिकायत
शहडोल। एलआईसी मण्डल कार्यालय शहडोल की धांधलियों को उजागर करते हुए मण्डल कार्यालय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने कलेक्टर से शिकायत कर उनका ध्यान आकृष्ट कराया है। कर्मचारियों ने लेख किया कि वे 20-25 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। लेकिन उन्हे आज तक नियमित नहीं किया गया। इस संबंध में हाईकोर्ट व सुप्रीमकोर्ट में प्रकरण प्रस्तुत किए गये थे। इस संबंध में उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके अलावा मण्डल कार्यालय ने बालाजी सिक्यूरिटी सर्विस इंदौर के माध्यम से आउटसोर्स की भर्ती की जा रही है। हम समस्त दैनिक वेतन कर्मचारियों को मण्डल कार्यालय द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक कार्य से 3 जून से रोक दिया गया है। साथ ही कार्यालय द्वारा दबाव डाला जा रहा है कि सभी कर्मचारी जय बालाजी कंपनी इंदौर के यहां अपनी सेवाएं देने हेतु आवेदन करें अन्यथा सभी के विरुद्ध थाने में रिपेार्ट करके बंद करवा दिया जाएगा। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि वे कार्यालय के नियमों व शर्तों के अनुरूप वर्षों से कार्य करते आ रहे हैं। जिसमें उनसे 9 घंटे काम लिया जाता रहा है जबकि जय बालाजी में 13 घंटे काम लिया जाता है और वेतन में भी अंतर रहता है। दूसरी ओर हाईकोर्ट में उनका प्रकरण विचाराधीन है। इस कारण वे बालाजी कंपनी में सर्विस करने में असमर्थ हैं। आरोप लगाया गया कि मण्डल कार्यालय ने कंपनी से साठगांठ की है। कंपनी द्वारा नान आम्र्सगार्ड के वेतन का लगभग 15-16 लाख रुपए जीएसटी एवं व्याज का भुगतान नहीं किया है। इसकी जांच आवश्यक है। शिकायतकर्ताओं में मनेाज कुमार यादव नामदेव विश्वकर्मा, राकेश द्विवेदी, हीरालाल वर्मा, संजीव वर्मन, राहुल वर्मन, विमल गुप्ता आदि सहित करीब एक दर्जन कर्मचारी शामिल थे।