मन की कलुषता दूर करने का पर्व है क्षमावाणी-डॉ. पंकज शास्त्री

साकेत नगर जैन मंदिर में मनाया गया क्षमावाणी पर्व
भोपाल। श्री 1008 भगवान महावीर दिगम्बर जैन मंदिर साकेत नगर में मुख्य अतिथि के रुप में डॉक्टर योगेश कुमार जैन एसोसिएट प्रोफेसर सेंट्रल संस्कृत यूनिवर्सिटी एवं डॉ पंकज जैन शास्त्री जी की उपस्थिति में सामूहिक क्षमावाणी महोत्सव एवं पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए भव्य आयोजन किया गया। जिसमें समाज जनों ने पूर्ण सावधानी रखते हुए उत्साह पूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मंगलाचरण एवं आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के चित्र अनावरण से हुआ। डॉ प्रज्ञा जैन द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गयी। हेमलता जैन रचना ने बताया कि क्षमावाणी के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में पधारे श्री पंडित अरविंद जी शास्त्री ने अपने उद्बोधन में क्षमा वाणी का मर्म बहुत ही सुंदर व सहज वाणी में सभी के बीच प्रस्तुत करते हुए कहा कि “जहाँ क्षमावाणी का पर्व मन की कलुषता धोने का पर्व है वहीँ इसे मैत्री दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। क्षमा मांगने से व्यक्ति छोटा नहीं होता बल्कि और बड़ा हो जाता है। झुकता वही है जिसमें जान होती है अर्थात जिसमें रिश्तों को निभाने की चाह और सामर्थ्य होती है वही झुकता है। क्षमायाचना सरल ह्रदय की निशानी है। आत्मा का स्वभाव ही क्षमा है, क्रोध आत्मा का शत्रु है, अतः हमें पेड़-पौधे से लेकर पशु-पक्षी तक समस्त प्राणी मात्र पर दया का भाव रखना चाहिए। हमें क्षमा को आत्मा में धारण करना है, जिससे हमारे चारों तरफ सुख सुख शांति का वातावरण बना रहे।”
नन्हें मुन्ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत भजनों के साथ क्षमावाणी कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। सर्वप्रथम कोरोना के कारण दिवंगत स्व. श्री सुखानंद जैन, स्व. श्रीमती कुसुम जैन, स्व. श्री राजेश जैन, स्व. श्री राजकुमार जैन नोहरां कला एवं स्व. बसंत कुमार जैन को श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए समाज में उनके योगदान के लिए उनके परिजनों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। स्व. श्री सुखानंद जैन के परिजनों ने उनकी स्मृति में साकेत नगर जैन समाज मंदिर को ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर प्रदान किया। अजय प्रकाश जैन ने “सामाजिक एकता का महत्त्व” विषय पर उद्बोधन दिया तदुपरान्त साकेत नगर जैन समाज के अध्यक्ष नरेंद्र टोंग्या ने हमेशा की तरह अपने सकारात्मक व ऊर्जावान उद्बोधन से सभी को हर्ष से ओतप्रोत कर दिया।
श्री नरेंद्र टोंग्या, कोषाध्यक्ष महेंद्र जैन, सचिव ताराचंद जी जैन एवं कमेटी के सदस्यों द्वारा अतिथियों का स्वागत तथा समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं एवं दस दिनों में आयोजित साँस्कृतिक कार्यक्रमों में बेहतरीन प्रस्तुतियां देने वाले विजेताओं को पुरूस्कार वितरण कर उन का उत्साहवर्धन किया वहीँ समाज के कोरोना वॉरियर्स तथा विशिष्ट सामाजिक योगदान हेतु सदस्यों को भी प्रशंसा-पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुचारु वयवस्था देवेश जैन, सफल मंच संचालन डॉ. नेहल जैन शाह तथा तन्मय जैन ने क़िया। इस शुभ अवसर पर समाजजन सहित मंदिर कमेटी के पदाधिकारी, पिपलानी जैन मंदिर के अध्यक्ष डी.के.जैन अरिहंत, सचिव अतुल सिंघई, बागसेवनिया जैन मंदिर के उपाध्यक्ष अरविंद जैन पंत सहित अन्य विशिष्ट जन मौजूद थे। पर्युषण पर्व के दौरान अपनी ओजमयी वाणी तथा ज्ञानपूर्ण प्रवचनों से सबका मन मोहित कर देने में सिद्धहस्त डॉ. पंकज जी शास्त्री को ससम्मान भावभीनी विदाई दी गयी वहीँ समाजजनों ने परस्पर एक-दूसरे से क्षमायाचना कर गिले-शिकवे दूर कर क्षमावाणी को सार्थकता प्रदान की एवं सामूहिक भोज का आनंद लिया। अध्यक्षीय भाषण नरेन्द्र टोंग्या तथा आभार प्रदर्शन पी. सी. जैन ने किया।