अखिल भारतीय ब्राह्मण सेवा संस्थान का मनाया गया स्थापना दिवस

सतीश तिवारी
ब्यौहारी- अखिलभारतीय ब्राह्मणसेवा संस्थान का संक्षिप्त रूप से मनाया स्थापना दिवस! सब को विदित है कि-आज अखिल भारतीय ब्राह्मण सेवा संस्थान का स्वर्णिम दिन प्रथम स्थापना दिवस है,इस सेवा संस्थान ने अपने गठन दिवस से ही सम्पूर्ण समाज राष्ट्र के उत्थान में अपनी भूमिका अदा करना प्रारंभ कर दिया था,जिसकी तमाम उपलब्धियां सभी के समक्ष प्रगट रुप में दृष्टि गोचर हो रही है। जिसे उल्लेखित करने में बड़ा हर्ष हो रहा है, लोगों को एकत्रित करने और सेवा संस्थान के मूल उद्देश्यों को जन जन तक पहुंचाने में इसके सक्रिय सदस्यों की महती भूमिका रही है,आज भारत वर्ष के पन्दह राज्यों में हमारे संगठन के सदस्य मौजूद हैं।कई अन्य देशों में भी हमारे सदस्य हैं,इन सब कल्पनाकारी कार्यो को पूर्ण करने में हमारे संरक्षक दृढ़ इच्छा शक्ति से ओतप्रोत सर्व श्री सुनील पाण्डेय एवं संगठन के मूल चेतना पुरुष हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्व श्री संतोष उपाध्याय एवं एक सेवादार के रुप में सबके साथ चलने वाले सर्व श्री रामबदन पाण्डेय व सूचना तंत्र नें लोगों को एकजुट करनें में सहायक रहा है। ,हमारे सभी युवा वर्ग जिनके परिश्रम को उल्लिखित न करना संस्था के साथ अन्याय होगा और सबसे महत्वपूर्ण हमारे पूज्य बड़े बुजुर्ग जिनका स्नेह आशीष हमारी ऊर्जा शक्ति को निरंतर बल प्रदान करता रहा है, हमने दस व्हाट्साप ग्रुप जिनमें एक महिला ग्रुप पृथक है, इंस्टाग्राम-पेज, फेसबुक पेज, कुटुम्ब एप,टैलीग्राम यू-टयूब के माध्यम से सभी को एक मंच पर लाकर खड़ा किया। जिसके माध्यम से हम सबका सहयोग व आशिर्वाद प्राप्त कर सनातन संस्कृति को संरक्षित कर असहायों की मदत करनें एवं सेवा संस्थान के मूल उद्देश्यों को लोगों तक पहुंचाने में बहुत सुंदर सफलता पाई है।तभी हम ठंड के मौसम में ५१०० कंबलों का वितरण,गरीब कन्याओं के विवाह बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों की चिकित्सीय सहायता, पढाई हेतु गरीब विद्यार्थियों को एंड्रॉयड फोन उपलब्ध कराना। कोविड-१९ की वैश्विक महामारी में जरुरतमंदो को भोजन,मास्क, सेनेटाइजर आदि का वितरण करने के साथ ही लोगों को सजग रहने की समझाइश से लोगों को जागृत किया जा रहा है। तथा जगह-जगह सेवासंस्थान के सम्मेलन कर लोगों को राष्ट्र समाज में धर्मानुसार आचरण करने व सनातन संस्कृति की रक्षा का उद्देश्य पहुंचाते हुए सुंदर एवं स्वस्थ्य समाज के निर्माण में भागीदार बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। रामबदन पांडे ने कहा कि अभी संगठन का लक्ष्य बडा कठिन है पर हम भी हार मानने वालों में नहीं है। मैं अपेक्षा करता हुं कि यदि हमारे बुजुर्गो का आशिर्वाद व युवाओं की ऊर्जा शक्ति हमारे साथ रही तो शीघ्र ही हम हर एक लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे। वर्तमान में हमारे कई व्यक्ति अलग-अलग हास्पिटलों में बीमारी से जूझ रहे हैं,कई कन्याओं का विवाह अधर में लटका हुआ है।ऐसी स्थित में हम अपनें अखिल भारतीय ब्राह्मण सेवा संस्थान के कोष में दान स्वरूप राशि,अनाज,अन्न आदि स्वेच्छानुसार दान कर इस पावन कार्य में सहभागी बने। कोई भी दान बडा या छोटा नहीं होता।
समाज के लोग जहां भी है जिस ग्राम, तहसील, जिला, राज्य,देश में हों,आप सभी गरीबों,असहायों, बीमारों को यथा उचित सहयोग कर सेवा संस्थान को अवगत करायें। हमारा सेवा संस्थान प्रत्येक एकादशी को हास्पिटलो में फलों का वितरण कराता है।