न्याय के लिये मुखिया के दरबार पर टेका माथा

न्याय के लिये मुखिया के दरबार पर टेका माथा
शहडोल। जिले के ब्योहारी थाना अन्तर्गत ग्राम पंचायत तगावर के बिजरहा टोला में रहने वाली शिवकुमारी कुशवाहा पति रामनरेश कुशवाहा मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंची और जनसुनवाई कार्यक्रम में उसने अपनी शिकायत देते हुए कलेक्टर ने न्याय मांगा है। महिला ने नामजद आरोप लगाते हुए पत्र में उल्लेख किया कि उसका चयन आशा कार्यकर्ता के पद पर हो गया था, लेकिन कुछ प्रभावशाली लोग उसकी पदस्थापना में रोड़े डाल रहे हैं। महिला होने के कारण उस पर मानसिक दबाव डाला जा रहा है। शिवकुमार कुशवाहा नामक महिला ने शिकायत पत्र में यह उल्लेख किया कि तहसील जयङ्क्षसहनगर थाना ब्यौहारी अन्तर्गत मध्यप्रदेश शासन के नियमानुसार ग्राम बिजरहा टोला हेतु उसका चयन आशा कार्यकर्ता के लिये हुआ था, नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान निर्धारित समय के अंदर ही उसने आवश्यक कागजात रामकल्याण वैश्य जो बीसीएम जयसिंहनगर में खण्ड सामुदायिक संयोजक के पद पर कार्यरत हैं, उनके पास जमा कर दिये थे, लेकिन उन्होंने उसकी पावती नहीं दी, लगातार मांगे जाने के बाद भी उन्होंने पावती न देते हुए कार्य करने के लिये मौखिक आदेश दे दिया। शिकायत में यह भी लिखा गया कि वह उक्त स्थान पर कार्य करने लगी और उसके उपरांत किये गये कार्यों के संबंध में भुगतान, बाउचर जो आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में प्राप्त होते हैं, मैंने उसे उपलब्ध कराया, लेकिन श्री वैश्य के द्वारा न तो दस्तावेज लिये जा रहे हैं और न कोई भुगतान किया जा रहा है।
शिवकुमारी कुशवाहा ने कलेक्टर को दी गई शिकायत में उल्लेख किया कि विभाग में कार्यरत खण्ड सामुदायिक संयोजक रामकल्याण वैश्य, कार्यक्रम योजना प्रबंधक अजयकांत पाण्डेय और आशा सुपरवाइजर श्रीमती सुनीता कुशवाहा और उसके पति शैलेन्द्र कुशवाहा जो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र टिहकी में पदस्थ हैं, इन सबके द्वारा उसकी नियुक्ति की लेकर षडय़ंत्र रचा जा रहा है, महिला ने आरोप लगाये कि एक तरह उसे कार्य के लिये भेजा जाता है, वहीं दूसरी तरफ उसकी जगह उक्त पद के लिये चोरी छिपे किसी अन्य की नियुक्ति कर उसे धोखे में रखा जा रहा है।
*********