हनी ट्रैप गिरोह ने लड़कियों के माध्यम से किया ब्लैकमेल लूटी रकम, पुलिस ने कुछ घंटों में किया पर्दाफाश 10 आरोपी सलाखों के पीछे, 93,000 रुपये बरामद
 
                हनी ट्रैप गिरोह ने लड़कियों के माध्यम से किया ब्लैकमेल लूटी रकम, पुलिस ने कुछ घंटों में किया पर्दाफाश 10 आरोपी सलाखों के पीछे, 93,000 रुपये बरामद
डिजिटल युग की चमक के बीच रिश्तों का अंधेरा चेहरा सामने आया है। कुठला थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को लड़कियों के माध्यम से झांसा देकर ब्लैकमेल और लूट की सनसनीखेज वारदात ने पूरे शहर को हिला दिया। इश्क़ और मुलाकात के बहाने बुलाकर पीड़ित से 93,000 की ठगी करने वाले इस ‘हनी ट्रैप’ गिरोह को पुलिस ने कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया, नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पच्चीसिया और थाना प्रभारी राजेन्द्र मिश्र की टीम ने त्वरित कार्रवाई कर 6 पुरुष और 4 महिला आरोपियों को गिरफ्तार कर रकम और मोबाइल जब्त किए।

कटनी।। सोशल मीडिया और मोबाइल के युग में जाल बिछाना जितना आसान हुआ है, उससे कहीं अधिक खतरनाक है उस जाल में फँस जाना। इसी आधुनिक छलावे का एक ताज़ा और सनसनीखेज़ उदाहरण बुधवार को सामने आया, जब कुठला पुलिस ने लड़कियों के माध्यम से फँसाकर रकम एंठने वाले गिरोह के 10 सदस्यों को कुछ ही घंटों में धर दबोचा। की गई त्वरित कार्रवाई ने कटनी पुलिस की सक्रियता और दक्षता का एक और उदाहरण पेश किया है।
बरही निवासी प्रियेश अग्रवाल को उसकी एक पूर्व परिचित महिला नेहा ने फोन कर एक लड़की से मिलवाने का लालच दिया। इसके बाद उसकी सहयोगी पूजा चौधरी ने प्रियेश को लमतरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक ढाबे के पास बुलाया।
शाम करीब 6:30 बजे जब वह वहाँ पहुँचा, तो चार महिलाएँ नेहा, पूजा चौधरी, भूमि गर्ग और गीतांजलि श्रीवास्तव पहले से मौजूद थीं। नेहा ने एक युवक हरान से कमरे की चाबी मँगवाकर प्रियेश और भूमि को भीतर भेज दिया। लेकिन कुछ ही देर में हरान अपने साथियों साहिल उर्फ मोनू, अनिकेत, शिवम, समीर मलिक और समीर खान के साथ कमरे में घुस आया। उन्होंने मोबाइल से फोटो खींचे और वायरल कर देंगे कहकर भयभीत कर 90,000 ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए, साथ ही 3,000 नकद और मोबाइल छीन लिया। धमकी, ब्लैकमेलिंग और लूट की यह वारदात सोचने पर मजबूर कर देती है कि लालच और असावधानी कैसे किसी की इज़्ज़त, धन और मानसिक शांति सब कुछ छीन सकती है।
शिकायत मिलते ही कुठला थाना प्रभारी ने टीम गठित कर तकनीकी और मुखबिर सूचना के आधार पर सभी आरोपियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूरी 93,000 रुपये की रकम और चार मोबाइल फोन बरामद कर लिए।
गिरोह में 6 पुरुष और 4 महिलाएँ शामिल थीं, जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में साहिल सेन पिता जगदेव सेन उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम पिलौंजी थाना कुठला, हरान खान पिता गुलाब खान उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा,शिवम कुशवाहा पिता स्व. प्रकाश कुशवाहा उम्र 20 वर्ष निवासी पुरैनी थाना कुठला,
छोटू उर्फ अनिकेत यादव पिता सुदामा यादव उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा फाटक के पास थाना कुठला, समीर मलिक पिता अब्दुल सत्तार उम्र 26 वर्ष निवासी प्रेमनगर थाना NKJ, समीर खान पिता मुश्ताक खान उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा पावर हाउस के पास थाना कुठला,नेहा सिहोते पति जितेंद्र सिहोते उम्र 38 वर्ष निवासी रोशन नगर थाना NKJ,
गीतांजलि श्रीवास्तव पिता स्व. विशाल श्रीवास्तव उम्र 25 वर्ष निवासी माधवनगर थाना माधव नगर, पूजा चौधरी पति विकास चौधरी उम्र 27 वर्ष निवासी प्रेमनगर थाना NKJ, भूमि गर्ग पिता हरिओम गर्ग उम्र 18½ वर्ष निवासी द्वारका सिटी थाना माधव नगर को गिरफ्तार किया गया इनमे से कई के खिलाफ पहले से भी अपराध दर्ज हैं विशेषकर आरोपी हरान खान के विरुद्ध पूर्व से थाना कुठला में 3 अपराध पंजीबद्ध, मोनू उर्फ साहिल सेन के विरुद्ध 1 अपराध, समीर खान के विरुद्ध 2 अपराध पंजीबद्ध है ।
कहते हैं, हर जाल में शिकारी नहीं फँसता, लेकिन जब शिकारी ही शिकार बन जाए, तो समाज को सावधान हो जाना चाहिए। यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि एक चेतावनी है डिजिटल युग में भरोसे की जगह सतर्कता ने ले ली है। हर अनजान संबंध, हर मीठी बात, और हर आकर्षण के पीछे धोखे की परछाई हो सकती है। समाज के सभ्य वर्ग को चाहिए कि ऐसे प्रलोभनों से दूर रहें, क्योंकि कानून केवल सजा देता है पर प्रतिष्ठा एक बार दाग़ी हो जाए, तो कोई साबुन उसे साफ़ नहीं कर सकता। पुलिस की तत्पर कार्रवाई प्रशंसनीय है, पर असली लड़ाई समाज की सजगता से ही जीती जा सकती है।
 
                                             
                                             
                                             
                                        