चौपाटी में दोसा स्टॉल कर्मचारियों की गुंडई, गुप्ता चाट वाले से मारपीट, वीडियो वायरल, पुलिस को भनक तक नहीं
शहडोल। जिला मुख्यालय की मशहूर चौपाटी शुक्रवार की रात एक मारपीट की घटना से दहशत में आ गई। यहां सबसे कॉर्नर पर लगने वाले एक दोसा स्टॉल के कर्मचारियों ने मिलकर गुप्ता चाट सेंटर के संचालक से हाथापाई कर दी। मामला महज जगह को लेकर शुरू हुआ था, लेकिन दोसा स्टॉल वालों की ओर से आक्रामक रवैया अपनाने के चलते यह विवाद हिंसा में बदल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात करीब 7 बजे चौपाटी पर ग्राहकों की भीड़ लगी हुई थी। इसी बीच दोसा स्टॉल और गुप्ता चाट वाले के बीच दुकान लगाने की जगह को लेकर बहस शुरू हुई। गुप्ता चाट वाले ने शांत तरीके से अपनी बात रखने की कोशिश की, मगर दोसा स्टॉल के कर्मचारियों ने एकजुट होकर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कुछ कर्मचारियों ने मारपीट तक कर दी, जिससे माहौल बिगड़ गया।
घटना का एक वीडियो किसी ने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि दोसा स्टॉल के 4-5 कर्मचारी एक व्यक्ति को घेरकर मारपीट कर रहे हैं, जबकि गुप्ता चाट वाला खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान आसपास मौजूद लोग खड़े होकर तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने बीच-बचाव नहीं किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पूरे विवाद में गड़बड़ी की शुरुआत दोसा स्टॉल वालों की ओर से हुई। जगह को लेकर बोलचाल को उन्होंने झगड़े का रूप दे दिया और सामूहिक रूप से हमला किया। इससे न केवल चौपाटी का माहौल खराब हुआ, बल्कि ग्राहकों में भी अफरा-तफरी मच गई।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि घटना के समय न तो कोई पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद था और न ही तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में इस तरह की घटना होना और पुलिस को भनक तक न लगना, सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
अब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर लोग पुलिस और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोसा स्टॉल संचालक और उसके कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही चौपाटी में दुकानों के स्थान को लेकर स्पष्ट नियम बनाए जाएं और भीड़भाड़ के समय नियमित पुलिस गश्त सुनिश्चित की जाए, ताकि ऐसे विवाद दोबारा न हों।
शहडोल जिला मुख्यालय की मशहूर चौपाटी शुक्रवार की शाम एक गंभीर हिंसक घटना की गवाह बनी। यहां बगल-बगल दुकान लगाने वाले दो फूड स्टॉल संचालकों – गुप्ता चाट सेंटर और दोसा स्टॉल – के बीच जगह को लेकर शुरू हुआ विवाद मारपीट और चाकूबाजी तक पहुंच गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक पक्ष दूसरे पर हमला करता नजर आ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे चौपाटी पर ग्राहकों की भीड़ थी। इसी दौरान रास्ते और दुकान लगाने की जगह को लेकर गुप्ता चाट सेंटर के संचालक सुनील गुप्ता और दोसा स्टॉल संचालक भूपेंद्र गुप्ता के बीच कहासुनी शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बहस बढ़ते-बढ़ते हाथापाई में बदल गई और इसी बीच एक पक्ष ने चाकू निकालकर वार कर दिया।
भूपेंद्र गुप्ता का आरोप है कि चाकू से हमला सुनील गुप्ता ने किया, जिसमें उनके कपड़े फट गए और हाथ में चोट आई। वहीं, सुनील गुप्ता का कहना है कि हमला पहले भूपेंद्र ने किया और उन्होंने सिर्फ बचाव किया। विवाद के दौरान आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कर भूपेंद्र को किसी तरह सुरक्षित कोतवाली पहुंचाया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया।
पुलिस पर लीपापोती का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद कोतवाली से एक पुलिसकर्मी ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टर पर कथित तौर पर दबाव बनाया कि मेडिकल रिपोर्ट में हथियार के रूप में “चाकू” का जिक्र न किया जाए, बल्कि इसे “पत्थर” से हमला लिखा जाए। इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस क्यों हथियार के इस्तेमाल के तथ्य को बदलने की कोशिश कर रही है।
स्थानीय व्यापारियों में तनाव
इस घटना ने चौपाटी के अन्य दुकानदारों और व्यापारियों में भी तनाव पैदा कर दिया है। उनका कहना है कि यहां रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं, लेकिन कोई स्थायी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। भीड़भाड़ वाले इस इलाके में जगह और रास्ते को लेकर पहले भी कई बार तकरार हो चुकी है, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।