टिकट नहीं मिली तो, निर्दलीय चुनाव मैदान में नेताजी

शहडोल। नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है और रण में भी दोनों दलों के अतिरिक्त निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में आ चुके हैं। 541 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन 123 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापिस ले लिया, शहडोल नगर पालिका चुनाव के लिए 326 नामांकन भरे गये थे, जिसमें 86 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापिस ले लिया। वहीं भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुशील रजक उर्फ शिल्लू ने वार्ड नंबर 19 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर भाजपा प्रत्याशी गोपाल रत्नम के लिए समस्या खड़ी कर दी है।
तो क्या ….सिल्लू के सर फूटेगा ठीकरा
सबसे अधिक कशमकश की स्थिति सत्ताधारी दल भाजपा में देखने को मिल रही है, जहां टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ता बागी हो गए, सिल्लू रजक सहित कुछ भितरघाती भी भाजपा में सेंध लगाने की तैयारी में है, सूत्रों माने तो भाजपा ने जिन लोगों ने पार्षद के लिए टिकट की दावेदारी की थी और लाख मनाने के बाद भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं, लेकिन भाजपा ने अभी तक इन निर्दलीय प्रत्याशियों को संगठन से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया है, जानकारों की माने तो भाजपा अगर वार्ड नंबर 19 से हार जाती है और सिल्लू रजक जीत जाते हैं तो, सिल्लू को भाजपा कार्यकर्ता कहकर पार्टी के अंदर कर लिया जायेगा, अगर भाजपा हारती है और सिल्लू भी हार जाते हैं और अन्य कोई पार्षद प्रत्याशी जीत जाता है तो, इसके लिए सिल्लू पर ठीकरा फोढ़ दिया जायेगा।

नहीं किया कोई कार्य
बीते चुनावों में गोपाल रत्नम ने वार्ड नंबर 10 से चुनाव में लड़ा था और भाजपा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा उर्फ डोली को चुनाव में पटखनी दी थी, इस दौरान भाजपा ने गाजे-बाजे के साथ अपनी पार्टी को हराने वाले प्रत्याशी को पार्टी में लिया था, इस बार भाजपा प्रत्याशी गोपाल रत्नम के खिलाफ सिल्लू रजक मैदान में है, चर्चा है कि गोपाल रत्नम के वार्ड नंबर 19 से चुनाव लडऩे की घोषणा के बाद वार्डवासियों ने बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा के नारे लगाये थे। मजे की बात तो यह है वार्ड नंबर 10/13 का कितना विकास हुआ, यह गोपाल रत्नम से ही पूछा जाये, चर्चा है कि वार्ड नंबर जीतने के बाद गोपाल रत्नम दोबारा इस वार्ड में झांकने तक नहीं आये हैं। इस बार उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के ही कार्यकर्ता से है।