IGNTU के कार्य परिषद के सदस्य ने शिकायत के प्रस्तुत किये साक्ष्य

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इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य नरेंद्र सिंह मरावी द्वारा पुलिस अधीक्षक अनुपपुर से किए गए शिकायत पर पुष्पराजगढ़ एसडीओपी के पास अपना बयान दर्ज कराते हुए साक्ष्य प्रस्तुत किये हैं।

(ज्ञानचंद जयसवाल)
अनूपपुर। आईजीएनटीयू कार्य परिषद के अधिकृत जनजातीय सदस्य को अपमानित करने, उससे गैर कानूनी कार्य करने के लिए गलत कार्य योजना अनुमोदित कराने की साज़िश रचने, जनजातीय समुदाय के हितों के विपरीत कार्य, भ्रष्टाचार एवं शासकीय पद का दुरुपयोग कर कूटरचित एवं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शासकीय कार्यों गैरकानूनी निर्वहन करने के मामले में अपराध दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने के संबंध में पूर्व में शिकायत दर्ज कराई गई थी जिस पर अपना बयान दर्ज कराने के साथ साक्ष्य प्रस्तुत किये गए हैं।

शिकायत के बिंदु, विषय और प्रस्तुत साक्ष्य

जाँच अधिकारी एसडीओपी पुष्पराजगढ़ ने नरेंद्र सिंह मरावी का 36 पृष्ठ का लिखित बयान लिया है, जिसमे सामाजिक न्याय एवं ससक्तीकरण मंत्रालय, भारत सरकार छात्रावास घोटाला एवं हुए अपराध से सम्बंधित दस्तावेज़, पीएचडी घोटाला एवं हुए अपराध से सम्बंधित दस्तावेज़, रोस्टर में छेड़छाड़ करके भर्ती घोटाला करने के लिए किए गए अपराध से सम्बंधित दस्तावेजों की जप्ती भी करायी जाय कि मांग रखी है। नरेंद्र सिंह मरावी ने बताया कि जिन्हें जप्त किया जाना है उसे भी जाँच अधिकारी एसडीओपी पुष्पराजगढ़ को सौंप दिया गया है ताकि दस्तावेज़ जप्त किया जाकर असल (अरिजिनल) फ़ाइल की जप्ती होकर अपराध प्रमाणित हो सकें, इस सूची में ओबीसी छात्रावास से संबंधित समस्त फाइल की जब्ती, परीक्षा विभाग से सुश्री भी जितना से द्वारा दिए गए एंट्रेंस एग्जाम तथा उसे दिए गए प्रवेश से संबंधित समस्त फाइल की जब्ती, वर्ष 2020-21 में सितंबर 2020 में प्रकाशित शैक्षणिक पदों के विज्ञापन के अनुसार किए गए भर्ती से संबंधित समस्त सफाई समस्त फाइल की जब्ती, रोस्टर रजिस्टर तथा ईयर मार्क रजिस्टर की जब्ती, कार्यपरिषद सदस्यों की नियुक्ति से संबंधित फ़ाइल की जब्ती, अभी तक कितने बिल्डिंग विश्वविद्यालय ने टेकओवर किए हैं तथा कौन-कौन से एजेंसी ने अभी तक विश्वविद्यालय को बनी हुई बिल्डिंग हैंड ओवर दे दिया है तथा विश्वविद्यालय ने कौन-कौन सी बिल्डिंग का हैंड हो चुका है उससे संबंधित समस्त फाइल की जब्ती, बिल्डिंग कमेटी से संबंधित फाइल की जब्ती, फाइनेंस कमेटी से संबंधित फाइल की जब्ती तथा कार्य परिषद के बैठक के मिनटस से सम्बंधित फ़ाइल की जप्ती का उल्लेख है साथ ही इन सभी की छाया प्रति साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की गई है।

दर्ज किये जाएं आपराधिक मामला

नरेंद्र सिंह मरावी ने बताया कि कार्यपरिषद के अधिकृत जनजातीय सदस्य को अपमानित करने, उससे गैर कानूनी कार्य करने के लिए गलत कार्य योजना अनुमोदित कराने की साज़िश रचने, जनजातीय समुदाय के हितों के विपरीत कार्य, भ्रष्टाचार एवं शासकीय पद का दुरुपयोग कर कूटरचित एवं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शासकीय कार्यों का गैरकानूनी निर्वहन करने, छात्रावास घोटाला, पीएचडी भर्ती घोटाला  के अपराध में प्रोफेसर श्रीप्रकाशमणि त्रिपाठी, कार्य परिषद के सदस्य प्रोफेसर अवधेश कुमार शुक्ला, प्रोफेसर आलोक श्रोत्रिय, प्रोफेसर भूमिनाथ त्रिपाठी, एस के द्विवेदी और अन्य पर एफआईआर दर्ज कर अपराध का अन्वेषण करके कानूनी कार्रवाई की जाय।

जनजातीय आहित मंशा नही जायगा बक्शा

जनजातीय छात्र-जनहित के ख़िलाफ़ कार्य करने वालों, विश्वविद्यालय में व्याप्त आचरणहीनता, क्षेत्रवाद, जातीवाद, अपराध कर घोटाला करना, प्रवेश में जनजातीय एवं मध्य प्रदेश के छात्रों के साथ भेद-भाव करने, विश्वविद्यालय को एक निजी सम्पत्ति समझ कर संचालित करने, केवल अपने लोगों को लाभ दिलाने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सही रूप में निर्धारण नहीं करने, फर्जी प्रवेश सूचना जारी कर छात्रों को गुमराह करने जैसे गलत कार्यों को किसी भी शर्त पर सहन नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि संज्ञेय अपराध का यह गम्भीर मामला है, संज्ञेय अपराध के समस्त साक्ष्य दे दिए गए है, अतः पुलिस प्रशासन से अपील है की तत्काल एफ आई आर दर्ज करें। कार परिषद सदस्य नरेंद्र मरावी ने आज 36 पन्नों का लिखित बयान सबूत के साथ जांच अधिकारी को सौंपा हूँ, यंहा व्याप्त नियमो की अनदेखी व भारत सरकार के गजट का मख़ौल उड़ाने वाली कई परतें जांच के बाद स्वतः खुली दिखेंगी।

इनका कहना है:–

मेरे पास आईजीएनटीयु से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर जांच आई है जिसके सम्बन्ध में कार्य परिसद के सदस्य नरेंद्र सिंह मरावी ने बयान दर्ज करा कर साक्ष्य प्रस्तुत किये हैं जल्द ही अवलोकन पश्चात कार्यवाही की जाएगी।

आशीष भंराडे

पुष्पराजगढ़ एसडीओपी

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