एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी की सतर्कता से बेनकाब हुई अवैध वसूली, हाइवे पर रंगेहाथ पकड़ा गया आरक्षक, एसपी ने किया निलंबित

एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी की सतर्कता से बेनकाब हुई अवैध वसूली, हाइवे पर रंगेहाथ पकड़ा गया आरक्षक, एसपी ने किया निलंबित
कटनी।। एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी की सजगता और पुलिस अधीक्षक की त्वरित कार्यवाही ने साबित कर दिया कि यदि पुलिस विभाग के ईमानदार अधिकारी सक्रिय हों तो सिस्टम को साफ करना नामुमकिन नहीं।
जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रही अवैध वसूली का एक गंभीर मामला उस समय उजागर हुआ जब एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर एक आरक्षक को वाहन चालकों से अवैध वसूली करते रंगे हाथों पकड़ लिया। यह मामला पुलिस विभाग के लिए शर्मनाक जरूर है, लेकिन साथ ही एक सकारात्मक उदाहरण भी कि पुलिस विभाग में अब जवाबदेही और सतर्कता की भावना पनप रही है।
30 जुलाई की देर रात एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी शहर से स्लीमनाबाद लौट रही थीं। रास्ते में उन्हें एक एफआरवी वाहन संदिग्ध रूप से खड़ा दिखा। उन्होंने वाहन की लाइट बंद कर चुपचाप पास जाकर देखा तो आरक्षक दुर्गेश विश्वकर्मा वाहन चालकों से अवैध वसूली करता मिला। उन्होंने तुरंत पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा को सूचना दी, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी आरक्षक को निलंबित कर दिया गया।
एसपी ने दिखाई सख्ती
एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरक्षक के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं है।
एसडीओपी की सूझबूझ और तत्परता से खुला मामला
एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी ने बताया कि इस तरह की शिकायतें पहले भी मिल रही थीं, और विभाग की ओर से लगातार निगरानी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। विभागीय छवि को धूमिल करने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई ने न सिर्फ पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता का संकेत दिया है, बल्कि आमजन में यह विश्वास भी जगाया है कि अब भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के प्रयास गंभीरता से किए जा रहे हैं।