संकट में: क्लीन शहडोल-लक्ष्य हमारा

कर वसूली तक सिमट गया नपा अमला
वार्डाे में फैली गंदगी, कागजों-पोस्टरों में चल रहा स्वच्छ सर्वेक्षण
(Amit Dubey+7000656045)
शहडोल। कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है, तो वहीं संभागीय मुख्यालय की नगर पालिका में अधिकारी व कर्मचारियों स्वच्छ सर्वेक्षण की धज्जियां उड़ा रहे हैं। आलम यह है कि स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत नगर परिषद सभी वार्डों में साफ-सफाई रखने और साफ स्वच्छ बनाने के नाम पर खिलवाड़ कर रही है। कोरोना संक्रमण के बीच नगर के सभी वार्ड में जगह-जगह कीचड़ एवं कचरे के ढेर लगे दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद के सभी वार्डों सहित नगर में नालियों का ओवरफ्लो पानी सड़क पर जमा हो हो जाता है, जिससे मच्छरों से लोगों को बीमारियों का डर सताने लगा है। लोगों के अनुसार न तो नालियों की सफाई की जा रही है और न ही किसी प्रकार की दवा का कोई छिड़काव किया गया। जिसका खामियाजा नगर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बीमारी की आशंका
नगर के बस स्टैंड के पास बने शौचालय की भी समय पर साफ सफाई न होने से और गंदगी के कारण लोगों का पास से निकलना मुश्किल हो रहा है। वार्डों में नल जल सप्लाई करने के लिए लगे नलकूपों से शुरूआत में गंदा पानी लोगों के घरों में पहुंच रहा है, जिससे बीमारी फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। बुढ़ार रोड स्थित बस्ती के लोगों ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत नालियों का गंदा पानी, कचरा फैला होने के बाद भी जिम्मेदार उसे साफ तक नहीं करवा रहे हैं।
मोहल्लो में कचरे के ढेर
नगर वार्ड में हर तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है, आने वाले दिनों में होली का त्यौहार है, ऐसा लग रहा है कि सफाई कर्मचारियों को त्योहार से कोई लेना-देना नहीं है। नगर पालिका परिषद के हर वार्ड के गली-मोहल्लों में कचरे का ढ़ेर लगा हुआ है। सफाई न होने से कूड़े के ढ़ेर से पालिथीन और कागज उड़कर लोगों के घरों में चले जा रहे हैं। इससे भी खराब हालत नालियों की है। सफाई न होने से नालियां जाम पड़ी हैं, जिससे गंदा पानी सड़क पर पसर गया है। लोगो को आने-जाने मे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
खाली प्लॉटों में कचरे का ढेर
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के तहत नगर पालिका द्वारा कागजों में नगर के सभी वार्डों में सफाई अभियान जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन उसके बाद भी मोहल्लों के खाली प्लॉटों और सड़कों किनारे कचरे के ढेर लगे हुए हैं, वहीं नाले-नालियां चोक हैं। जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इस स्थिति में स्थानीय लोगों का कहना है कि नपा द्वारा सिर्फ कागजों में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। जमीनी हकीकत में कुछ नहीं हो रहा है। वार्डों में गंदगी पसरी होने के कारण लोगों का घरों में बदबू के कारण बैठना मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही वार्डों में नालियों की सफाई के लिए सफाईकर्मी कभी कभार ही पहुंचते हैं। इस स्थिति में यह अभियान असफल साबित होगा।