अपनी ही सत्ता में, कितने बेबस हो गये भगवाधारी

शहडोल। बीते दिनों सूबे के मुखिया अर्से बाद शहडोल आये, कार्यक्रम पूरी तरह सरकारी था, करोड़ों के भूमि पूजन और लोकार्पण करने थे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी के 2 दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी कार्यक्रम स्थल पर जयसिंहनगर सीईओ हटाओ, जनपद बचाओ के नारे लगाने लगे, मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा और शिवराज सिंह चौहान ने जल्द ही इस पर विचार करने को कहा भी। कई दिन बीत गये, जब बात नहीं बनी तो, सोमवार को जयसिंहनगर क्षेत्र के जनपद सदस्य व भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर से मिले और पत्र देकर कार्यवाही न करने पर जनपद पंचायत में तालाबंदी करने का अल्टीमेटम दे दिया।
बीते माह शहडोल पुलिस अधीक्षक के तबादले को लेकर बड़ी चर्चाएं रही, मीडिया में भी यह बातें सामने आई कि भगवा पार्टी के मुखिया और विधायक तक भोपाल में पूरी ताकत लगा रहे हैं और दो-चार दिनों में क्रिया की प्रतिक्रिया भी नजर आ जायेगी, लेकिन हुआ उसके उलट, मंशा पर पानी फिर गया, तो कल तक दावे करने वाले अपने दावों से किनारा करने लगे, मुख्यमंत्री शहडोल आये तो, फिर पुर्नावृत्ति हुई, लेकिन इस बार जिले की जगह ब्लाक के नेता और ब्लाक के अधिकारी के बीच रस्साकसी दिखी, मुख्यमंत्री कह तो गये, लेकिन हुआ कुछ नहीं, अब भाजपाईयों की अपनी ही सत्ता के नौकरशाहों से हो रही रस्साकसी जमीन पर दिखने लगी है।
जनपद पंचायत जयसिंहनगर के जनपद सदस्यों ने कलेक्टर को दी गई शिकायत में उल्लेख किया है कि उनके निर्वाचित क्षेत्र में विकास कार्य 15 वॉ वित्त की राशि शासन द्वारा प्रदान की जाती है तथा उक्त राशि के उपयोग के लिये शासन द्वारा दिशा निर्देश जारी किये गये हैं, जिसका पालन करते हुए 15 वॉ वित्त की राशि खर्च की जावेगी। जनपद पंचायत जयसिंहनगर के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा 15वें वित्त की राशि से 55 लाख रूपये की स्वीकृति अवैधानिक तरीके से क्षेत्र के ठेकेदारों से सांठ-गाँठ कर शासन के दिशा निर्देशो के विपरीत प्रदान किया गया था, जिसकी शिकायत जिले के पूर्व कलेक्टर को की गयी थी, किन्तु कार्यवाही न होने के कारण शासकीय राशि के हेराफेरी की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।
वर्ष 2021-22 के लिये 15 वॉ वित्त की राशि का अनुमोदन टाईड एवं अनटाईड निर्माण कार्यो के लिये संबधित मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सामान्य प्रशासन के माध्यम से जनपद पंचायत के 25 निर्वाचन क्षेत्रों/वार्डाे में से मात्र 03 वार्डाे के लिये निर्माण कार्य कराया गया है, उक्त अनुमोदित कार्य भी शासन द्वारा 15 वें वित्त की राशि के व्यय के लिए जारी दिशा निर्देशों के विपरीत है। इसके अतिरिक्त किसी भी कार्यो के लिये जनपद पंचायत के सामान्य सभा से अनुमोदन कराया जाना आवश्यक होता है, किन्तु संबंधित मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सामान्य सभा से अनुमोदन नहीं कराया गया है।
शिकायत में उल्लेख किया गया है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जनपद सदस्यों से अभद्रता की जाती है। इसके अतिरिक्त वर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा अपने पदस्थापना दिनांक के उपरान्त मात्र एक बार सामान्य सभा की बैठक की गयी है, उसके बाद बैठक नही बुलाया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जनपद पंचायत के निर्वाचित पदाधिकारियों के अधिकारों का हनन करते हुए मनमाने तरीके से शासन के दिशा निर्देशों के विपरीत खर्च किया जा रहा है। जिस पर तत्तकाल रोक लगाते हुये नियमानुसार कार्यवाही सम्पादित कराकर 15 वें वित्त उपयोग कराया जाना न्यायोचित होगा। अन्यथा निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा लगातार जारी रहेगी और ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा मिलेगा तथा जनहितैसी आवश्यक कार्यो की अनदेखी होगी और विकास कार्य अवरूद्ध होगा।
15 जनपद सदस्यों ने शिकायत 25 फरवरी को मुख्यमंत्री को प्रवास के दौरान शहडोल दिया गया था। जिसकी प्रति संलग्न की जा रही है, किन्तु कोई कार्यवाही न होने के कारण पुन: कार्यवाही के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया , उक्त संबंध में आवश्यक व प्रभावी कार्यवाही 07 दिवस की भीतर कराये जाने की कृपा की जाये, अन्यथा अवधि समाप्त उपरान्त निर्वाचित पदाधिकारीगण जनपद पंचायत कार्यालय जयसिंहनगर में सम्पूर्ण तालाबन्दी करने को मजबूर होगें, जिसकी समस्त जबावदारी शासन एवं प्रशासन की होगी। शिकायत देने वालों में विनोद कुमार पटेल पूर्व मंडल उपाध्यक्ष आमडीह, कमलेश सिंह कंवर भाजपा सह संयोजक, भाजपा कार्यकर्ता महेश प्रसाद मौर्य, खुलाल सिंह, राज कुमार प्रजापति, चन्द्रभान सिंह, आशा प्रजापति, रेखा सिंह कंवर, अनीता सिंह कंवर, लीला बाई सिंह, प्रीतम लोहार, माधुरी कहार, रेश्मी बाई बैगा के साथ ही किसान मोर्चा मण्डल अध्यक्ष की पत्नी एवं जनपद सदस्य बिट्टी बाई पटेल मौजूद रहे।