कटनी–दमोह मार्ग फिर बना हादसे का गवाह, बस-ट्रक भिड़ंत में आधा दर्जन से अधिक घायल तेज रफ्तार और ब्लैक स्पॉट का कहर पर फिर मची चीख-पुकार

कटनी–दमोह मार्ग फिर बना हादसे का गवाह, बस-ट्रक भिड़ंत में आधा दर्जन से अधिक घायल तेज रफ्तार और ब्लैक स्पॉट का कहर पर फिर मची चीख-पुकार
जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई मार्ग अब ब्लैक स्पॉट में बदलते जा रहे हैं, जहां लगातार हो रही दुर्घटनाएं जन-जीवन को खतरे में डाल रही हैं। ऐसा ही एक हादसा मंगलवार दोपहर कटनी–दमोह मार्ग पर रीठी कैन नदी के आगे बन रहे आईटीआई के पास हुआ, जिसमें बस और ट्रक की आमने-सामने टक्कर से आधा दर्जन से अधिक बस मे सवार यात्री घायल हो गए।
रीठी /कटनी। कटनी–दमोह मार्ग पर मंगलवार दोपहर लगभग 2 बजे रीठी कैन नदी के आगे बन रहे आईटीआई के पास बस और ट्रक के बीच आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में बस में सवार आधा दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। गनीमत रही कि इस भीषण टक्कर में किसी की जान नहीं गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस क्रमांक MP21P0377 कटनी से रीठी आ रही थी, वहीं ट्रक क्रमांक HR38AJ1370 रीठी से कटनी की ओर जा रहा था। अचानक बने हालात में दोनों वाहन आमने-सामने भिड़ गए। टक्कर इतनी तेज थी कि बस के अंदर बैठे यात्री सीट से उछल गए और कई लोगों को हाथ-पैर एवं सिर में चोटें आईं। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत घायलों को बस से बाहर निकालकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रीठी पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल यात्रियों को शासकीय जिला चिकित्सालय कटनी रेफर किया गया, जहां उनका उपचार जारी है। हादसे में किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई है।
ब्लैक स्पॉट की पहचान जरूरी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि रीठी कैन नदी के आगे बन रहा आईटीआई के पास का मोड़ और सड़क की स्थिति लंबे समय से हादसों का कारण बन रही है। यह क्षेत्र ब्लैक स्पॉट के रूप में जाना जाता है, लेकिन अब तक सड़क सुधार या चेतावनी संकेत लगाने जैसी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यहां अतीत में भी कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, जिससे लोगों में हमेशा भय का माहौल रहता है। सूचना मिलते ही रीठी पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य में मदद की। हादसे के कारणों की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है।
सड़क हादसों में बढ़ोतरी चिंता का विषय
कटनी–दमोह मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही और तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित यातायात जांच, वाहन चालकों की स्पीड मॉनिटरिंग, सड़क पर चेतावनी बोर्ड और ब्लैक स्पॉट पर विशेष निगरानी से ऐसे हादसों में कमी लाई जा सकती है।