लोकसभा में कटनी की आवाज़: सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने ट्रेनों के ठहराव को लेकर सरकार को घेरा हजारों यात्रियों को राहत दिलाने की निर्णायक पहल, कटनी जंक्शन सहित क्षेत्रीय स्टेशनों के लिए मजबूत पैरवी
लोकसभा में कटनी की आवाज़: सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने ट्रेनों के ठहराव को लेकर सरकार को घेरा
हजारों यात्रियों को राहत दिलाने की निर्णायक पहल, कटनी जंक्शन सहित क्षेत्रीय स्टेशनों के लिए मजबूत पैरवी
कटनी।। खजुराहो संसदीय क्षेत्र के यात्रियों की वर्षों पुरानी और न्यायसंगत मांग को सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने लोकसभा में पूरी मजबूती के साथ उठाकर एक बार फिर जनहित के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित की। प्रश्नकाल के दौरान सांसद शर्मा ने रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से सीधे सवाल करते हुए कटनी जंक्शन सहित स्लीमनाबाद, रीठी, पटौहा और निवार जैसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर यात्री ट्रेनों के ठहराव की आवश्यकता को ठोस तथ्यों के साथ रखा। सांसद शर्मा ने कटनी जंक्शन पर जिन प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग की, उनमें छपरा एक्सप्रेस, पटना सुपरफास्ट, सहरसा अमृत भारत, प्रयागराज एक्सप्रेस, मुंबई एल.टी.टी. एक्सप्रेस, मुंबई सीएसएमटी एक्सप्रेस, अमृत भारत एक्सप्रेस और ए.सी. एक्सप्रेस जैसी अहम ट्रेनें शामिल हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कटनी जैसे प्रमुख रेलवे जंक्शन पर इन ट्रेनों का ठहराव न होना यात्रियों के साथ अन्याय है।
इसके साथ ही रीठी स्टेशन पर रेवांचल एक्सप्रेस, पटौहा स्टेशन पर बिलासपुर–भोपाल एक्सप्रेस, स्लीमनाबाद स्टेशन पर जनता एक्सप्रेस, रीवा–इतवारी, जबलपुर–लखनऊ (चित्रकूट), जबलपुर–अंबिकापुर, गोंडवाना एक्सप्रेस व सिंगरौली इंटरसिटी तथा निवार स्टेशन पर रीवा–जबलपुर इंटरसिटी, दयोदय और महाकौशल एक्सप्रेस के ठहराव की मांग भी लोकसभा में पुरजोर ढंग से रखी गई। सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इन ट्रेनों के ठहराव से स्थानीय यात्रियों, विद्यार्थियों, मरीजों, व्यापारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ पर्यटन और तीर्थ यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। इससे न केवल क्षेत्रीय आवागमन सुगम होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कोरोना महामारी से पहले इन स्टेशनों पर नियमित रूप से कई यात्री ट्रेनों का ठहराव होता था, लेकिन बाद में बिना ठोस कारण के उन्हें समाप्त कर दिया गया, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सांसद शर्मा ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की मांग पर वे पहले भी रेल मंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर ज्ञापन सौंप चुके हैं, परंतु जब विभागीय स्तर पर अपेक्षित प्रगति नहीं हुई, तो उन्होंने संसद के पटल पर यह मुद्दा उठाना आवश्यक समझा।
लोकसभा में सवाल उठाते हुए सांसद शर्मा ने यह भी पूछा कि इन प्रस्तावित स्टॉपेज को स्वीकृति देने और लागू करने की समय-सीमा क्या निर्धारित की गई है। उन्होंने रेल मंत्री से आग्रह किया कि जनहित को सर्वोपरि रखते हुए पूर्व में बंद किए गए ठहराव तत्काल बहाल किए जाएं।
कटनी और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए यह पहल उम्मीद की नई किरण लेकर आई है। सांसद विष्णुदत्त शर्मा की यह मुखर पैरवी न केवल क्षेत्र की आवाज़ को दिल्ली तक पहुंचाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जनहित के मुद्दों पर वे किसी भी स्तर पर संघर्ष करने से पीछे नहीं हटते।