लाखों रूपये कीमत का केरोसिन, बायो डीजल किया जब्त, जिला प्रशासन, पुलिस की संयुक्त टीम ने दी दबिश ,संचालक सहित दो कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर,कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक की निगरानी में हुई कार्रवाई मौके पर एक ही नंबर की दो बसें भी मिली, जिनको जब्त करते हुए धोखाधड़ी कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाने पर भी एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई टीम ने की
लाखों रूपये कीमत का केरोसिन, बायो डीजल किया जब्त, जिला प्रशासन, पुलिस की संयुक्त टीम ने दी दबिश ,संचालक सहित दो कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर,कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक की निगरानी में हुई कार्रवाई
मौके पर एक ही नंबर की दो बसें भी मिली, जिनको जब्त करते हुए धोखाधड़ी कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाने पर भी एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई टीम ने की
कटनी ॥ उपभोक्ताओं को सप्लाई करने के लिए मिट्टी का तेल जिले में पहुंच रहा है। पूर्ति विभाग के कागजी
आंकड़े बताते हैं कि जिले में तेल की आपूर्ति की जाती है। यह तेल कितने उपभोक्ताओं तक पहुंचता है, यह तो जांच का विषय है। लेकिन कार्ड धारक तेल नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हैं। सवाल है कि डीलर तक तेल पहुचने के बाद उपभोक्ताओं को सप्लाई नहीं किया गया तो आखिर यह तेल कहां खप रहा है। इसी बात की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार ऐसे ठिकानों पर दबिश दे रही है जहां पर उन्हें शक के सुई की आशंका दिखाई देती है इसी कड़ी में जिला प्रशासन और पुलिस के द्वारा गत दिवस संयुक्त कार्रवाई की गई!
शहर के प्रतिष्ठित पं. विजय प्रकाश मिश्रा के कंज्यूमर पंप में दबिश देकर जिला प्रशासन, पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश देकर देर रात शनिवार कों कुल 21 हजार 150 लीटर नीला केरोसिन जब्त किया है! मामले में पंप के संचालक कुठला निवासी बृजेन्द्र मिश्रा, चंडिका नगर निवासी कर्मचारी दिनेश तिवारी व कुठला निवासी कर्मचारी अंजनी परौहा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर आरोप है कि सरकारी मिट्टी तेल जो नीले रंग का होता है, इनके पास से लाखों रुपए का केरोसिन का व अपमिश्रित डीजल मिला है जिस पर गरीबों का हक है ! – पुलिस ने 3/7 (ईसी एक्ट) आवश्यक सेवा वस्तु अधिनियम के तहत प्रारंभिक अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण जांच में लिया है। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपर कलेक्टर रोमानुस टोप्पो व एएसपी मनोज केडिया की अगुवाई में राजस्व, पुलिस, खाद्य विभाग, नापतौल विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
इस संबंद्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात सूचना पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन की निगरानी पहरूआ स्थित पं. विजय प्रकाश मिश्रा के कंज्यूमर पंप पर दबिश दी गई। जिसमें लाखों रूपये कीमत का हजारों लीटर नीला केरोसिन, बायोडीजल जब्त किया गया है और पंप के संचालक सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही मौके पर एक ही नंबर की दो बसें भी मिली हैं, जिनको जब्त करते हुए धोखाधड़ी कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाने पर भी एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई टीम ने की है। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपर कलेक्टर रोमानुस टोप्पो व एएसपी मनोज केडिया की अगुवाई में राजस्व, पुलिस, खाद्य विभाग, नापतौल विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। जिसके बाद जिले भर में अवैध काम करने वालों में हड़कंप की स्थिति है।
अपर कलेक्टर श्री टोप्पो ने बताया कि पहरूआ स्थित पं. विजय प्रकाश मिश्रा के कंज्यूमर पंप में केरोसिन व अपमिश्रित डीजल होने के साथ ही एक नंबर की कई बसों के संचालन को लेकर सूचना मिली थी। जिसपर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार राजस्व व पुलिस विभाग की टीम बनाकर शनिवार की रात को पहरूआ पेट्रोल पंप में दबिश दी गई। जांच के दौरान एक टेंकर में 12 हजार लीटर डीजल, दूसरे टेंकर में 7500 लीटर व एक अन्य टेंकर में 150 लीटर कुल 21 हजार 150 लीटर नीला केरोसिन मिला। जिसकी कीमत 20 लाख 90 हजार रूपये है। इसके अलावा कंज्यूमर पंप के अंडर ग्राउंड टैंक में 7 लाख 54 हजार 660 रूपये कीमत का 9995 लीटर मिश्रित डीजल भी जब्त किया गया। मौके पर राजस्थान से आया टेंकर खड़ा पाया गया। जिसकी जांच की गई तो पता लगा कि उसमें बायो डीजल है। जांच में टैंकर में 31 लाख 12 हजार रूपये कीमत का 9000 लीटर बायो डीजल मिला, जिसे जब्त किया गया है। श्री टोप्पो ने बताया कि मामले में पंप के संचालक कुठला निवासी बृजेन्द्र मिश्रा, चंडिका नगर निवासी कर्मचारी दिनेश तिवारी व कुठला निवासी कर्मचारी अंजनी परौहा के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
एक ही नंबर की मिली दो बसें
अपर कलेक्टर श्री टोप्पो ने बताया कि मौके पर रेड कार्रवाई के दौरान परिसर में ही एक बस खड़ी मिली। जिसकी नंबर प्लेट में वाहन क्रमांक एमपी 20 पीए 0608 दर्ज था। सूचना पर बस स्टैंड में भी जांच की गई तो पता लगा कि वहां पर भी इसी नंबर प्लेट की दूसरी बस खड़ी है। जांच में पाया गया कि बस संचालक द्वारा एक नंबर की प्लेट लगाकर दो वाहनों का उपयोग कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त किया है और संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कार्रवाई के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों सहित सीएसपी शशिकांत शुक्ला, तहसीलदार मुन्नवर खान, नायब तहसीलदार रविन्द्र पटेल, फूड इंस्पेक्टर प्रमोद मिश्रा, पीयूष शुक्ला, राजधर साकेत, संतोष नंदनवारी, नापतौल निरीक्षक माजिद खान, कोतवाली थाना प्रभारी अजय बहादुर सिंह, रंगनाथ नगर थाना प्रभारी नितिन कमल, बस स्टैंड चौकी प्रभारी प्रियंका राजपूत सहित राजस्व, पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।