पीएम मोदी की परफॉर्मेंस पर हुआ सबसे बड़ा सर्वे, जानिए क्या रहे नतीजे
विक्रांत तिवारी
नई दिल्ली । नरेंद्र दामोदर दास मोदी का प्रधानमंत्री के रूप में प्रदर्शन कैसा है? 2014 में देश की बागडोर संभालने वाले पीएम मोदी का रिपोर्ट कार्ड यूं तो 2019 के आम चुनावों के नतीजों के रूप में सामने आ गया था लेकिन देश का मिजाज समय के साथ बदलता रहता है. आज जब मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के तकरीबन सवा साल पूरे कर चुके हैं तब आजतक के लिए कार्वी इनसाइट्स लिमिटेड ने अपने सर्वे में मोदी के पीएम के रूप में कामकाज पर देश का मिजाज जाना. सर्वे के नतीजों के मुताबिक देश में 78 फीसदी लोग मोदी के कामकाज को या तो बहुत अच्छा या फिर अच्छा मानते हैं.
सर्वे में जनता से पूछा गया कि प्रधानमंत्री के तौर पर आप नरेंद्र मोदी की परफॉर्मेंस को कैसे आंकते हैं? जवाब में 30 फीसदी लोगों ने कहा-बेहतरीन, जबकि 48 फीसदी अन्य लोगों ने मोदी का प्रदर्शन पीएम के रूप में अच्छा बताया. यानी 78 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से खुश हैं. 17 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें लगता है कि पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन औसत ही है, पांच फीसदी ऐसे लोग भी हैं जिन्हें लगता है कि मोदी की परफॉर्मेंस खराब है. अगस्त 2020 के लिए किए इस सर्वे में मोदी की परफॉर्मेंस देश के चारों कोनों में ही नहीं बल्कि हर समुदाय और शहरी व ग्रामीण इलाकों के लोगों के बीच सराही गई है. उत्तर भारत में 75 फीसदी लोग नरेंद्र मोदी के काम से खुश हैं तो दक्षिण में 73 फीसदी लोग अच्छा मान रहे हैं. वहीं, पूर्वोत्तर में 79 फीसदी तो पश्चिम भारत में 83 फीसदी लोग पीएम मोदी के परफॉर्मेंस को बेहतरीन मानते हैं.
4 साल में 25 फीसदी बढ़ी लोकप्रियता
बता दें कि आजतक के लिए ये सर्वे कर्वी इनसाइट्स लिमिटेड ने किया, जिसमें 12 हजार 21 लोगों से बात की गई. इनमें से 67 फीसदी ग्रामीण जबकि शेष 33 फीसदी लोग शहरी थे. 19 राज्यों की कुल 97 लोकसभा और 194 विधानसभा सीटों के लोग सर्वे में शामिल किए गए.
आप को बता दें खास बात ये है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी मौजूदा समय में लोकप्रियता के सबसे ऊंचे मुकाम पर हैं. जनवरी 2020 में यह आंकड़ा 68 फीसदी था, जो अगस्त 2020 में बढ़कर 78 फीसदी पर पहुंच गया है. ऐसे ही जनवरी 2019 में 54 फीसदी तो अगस्त 2019 में ये 71 फीसदी था. इसी तरह जनवरी 2018 में ये आंकड़ा 61 फीसदी, अगस्त 2018 में 55 फीसदी, जनवरी 2017 में 69 फीसदी, अगस्त 2017 में 63 फीसदी, फरवरी 2016 में 58 फीसदी, अगस्त 2016 में 53 फीसदी पर था. अगस्त 2016 से अगस्त 2020 के बीच इसमें 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.