होटल से घर के लिए निकला था एलआईसी का असिस्टेंट मैनेजर @ सड़क पर ही हो गई मौत

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शहडोल। अभी से कुछ देर पहले रेलवे स्टेशन शहडोल के ठीक सामने घर जाने के लिए अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन पकड़ने आए युवक की अचानक मौत हो गई, ऑटो से उतरकर जैसे ही वह स्टेशन की ओर अपने कदम बढ़ा रहा था, इसी दौरान उसके कदम रुक गए और वह लड़खडाकर नीचे गिर गया, हाथ में रखा बैग पास ही पड़ा रहा और चंद ही मिनटों में उसके प्राण पखेरू उड़ गए।

जिस ऑटो चालक ने उसे वहां छोड़ा था, वह तथा अन्य ऑटो चालक इस घटना को देखकर अवाक रह गए, थोड़ी देर तक जब वह हिला नहीं और उन्हें यह समझ में आया कि कहीं इसकी मौत तो नहीं हो गई, तो स्थानीय कोतवाली में इसकी सूचना दी गई।

थोड़ी ही देर में कोतवाली प्रभारी राजेंद्र चंद्र मिश्रा अन्य मातहतों के साथ रेलवे स्टेशन के समीप घटनास्थल पर पहुंचे, पुलिस ने सड़क पर पड़े युवक को देखा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी, उसके पेंट के जेब में तलाशी लेने पर पुलिस को जो दस्तावेज मिले उससे उसकी पहचान कमल सिंह मरावी के नाम पर हुई, जांच के दौरान यह भी बात सामने आई कि, वह होटल कर्मभूमि में रुका था और अंबिकापुर- जबलपुर ट्रेन से संभवत जबलपुर या आसपास स्थित अपने घर में जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचा था, ट्रेन के आने से पहले ही उसने रेलवे स्टेशन के सामने ही दम तोड़ दिया।


पुलिस जांच में यह बिंदु भी आए कि कमल सिंह मरावी भारतीय जीवन बीमा निगम में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत था और जब भारतीय जीवन बीमा निगम के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से संपर्क किया गया तो यह बात भी मालूम पड़ी कि कुछ दिनों पहले उसे कोविड-19 के संक्रमण ने घेर लिया था, कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के बाद ही शायद खुद को क्वारनटीन के रूप में कर्मभूमि होटल के एक कमरे में रह रहा था, क्वारनटीन के दौरान ही जब उसे परिवार की याद आने लगी और तबीयत उखड़ने लगी तो वह घर के लिए निकल पड़ा था।

कमल सिंह मरावी को ब्लड प्रेशर की भी बीमारी थी, उसकी मौत कोरोना के संक्रमण से हुई या फिर अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पाएगा, फिलहाल कोतवाली पुलिस शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम तथा अन्य प्रक्रिया के लिए ले जाने में लगी हुई है।

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