भोपाल।…नहीं नहीं आपको वहां नहीं भेजा जा सकता, लेकिन बड़ा सवाल यह भी है कि कोई वहां जाने को तैयार नहीं है सब ने मिलकर मैडम को ताज क्या पहना दिया, मैडम खुद की तुलना महारानी एलिजाबेथ से करने लगी , लेकिन जब कमिटमेंट पूरी नहीं हुई तो कुर्सी खतरे में नजर आने लगी, इधर एक जमाने में कटर का काम करने वाले जैन साहब ने तो शायद धर्म ही बदल दिया है बहरहाल कमिटमेंट को लेकर चर्चा ग्वालियर के गलियारों में होने लगी है और शायद उसे पूरा करने के लिए ही सुविधा शुल्क दुगना नहीं बल्कि 8 से 10 गुना तक बढ़ाने के लिए होटल से आशियाना स्थानांतरित कर बंगले में लाया जा चुका है।