कार्रवाई प्रभावित करने माफियाओं ने रचा षड्यंत्र, झूठी शिकायत के साथ साथ ग्रामीणों एवं मजदूरों को साथ लें उठाया अवैध शराब का मुद्दा,कराया गया विरोध प्रदर्शन

कार्रवाई प्रभावित करने माफियाओं ने रचा षड्यंत्र, झूठी शिकायत के साथ साथ ग्रामीणों एवं मजदूरों को साथ लें उठाया अवैध शराब का मुद्दा,कराया गया विरोध प्रदर्शन
कटनी।। गत दिवस कुठला थाना अंतर्गत ग्राम जटवारा पटवारा में कुठला पुलिस के द्वारा अवैध उत्खनन के विरुद्ध जानकारी के आधार पर बड़ी कार्यवाही की थी जिसमे एक जेसीबी सहित दो हाईबा पकड़ा था. पुलिस के द्वारा की गईं इस कार्यवाही के मामले ने रोचक मोड़ ले लिया है। अवैध उत्खननकर्ता करने वालों के द्वारा जहां बीते दिनों वरिष्ठ अधिकारियों से षडयंत्र पूर्वक झूठी शिकायत की गई, वहीं 23 दिसंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय में मासूम ग्रामीणों एवं मजदूरों को लाकर वेवजह कुठला पुलिस के ऊपर कार्यवाही को प्रभावित करने का दबाव बनाते हुए अवैध शराब और गांजा का मुद्दा उठाते हुए विरोध प्रदर्शन कराया गया। अवैध शराब, गांजा और आनैतिक कार्यों का मुद्दा उठाते हुए ग्रामीणों और मजदूरों के प्रदर्शन में अवैध खनन कार्य में लिप्त वे लोग भी मौजूद थे जिनकी गाड़ियां बीते दिनों कुठला पुलिस ने अवैध उत्खनन करने का मामले मे पकड़ी थी। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरा षड्यंत्र उत्खनन कर्ताओं के द्वारा, पुलिस की कार्य प्रणाली को कमजोर कर कार्यवाही को अपने पक्ष में कराया जा सके।
घटनाक्रम से पूरा जिला वाकिफ
बीते दिनों हुए घटनाक्रम के बाद कार्यवाही को लेकर उत्खनन कर्ताओं के द्वारा पुलिस के आला अधिकारियों से शिकायत, उचित कार्यवाही की मांग को लेकर उच्च अधिकारियों को पत्र देकर कुठला पुलिस की कार्य प्रणाली को संदेहप्रद करने की साजिश रची जा रही है। उसी की परिणीति आज अवैध शराब विक्रय के प्रदर्शन के दौरान भी देखने को मिली। अवैध शराब के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शन को किन लोगों के द्वारा और किस कारण से कराया जा रहा है, यही वजह थी कि किसी ने इस प्रदर्शन की तरफ खास रुचि नहीं ली। प्रदर्शन के दौरान ली गई तस्वीर में मौजूद दीपक सिंह परिहार वही व्यक्ति है जिसकी अवैध उत्खनन के खिलाफ मे गाड़ियां कुठला पुलिस ने पकड़ी थी। इस मामले में कुठला पुलिस के द्वारा खनिज विभाग को प्रतिवेदन दिया गया है। खनिज विभाग अग्रिम कार्यवाही कर रहा है। वही इस पुरे मामले मे विश्लेषकों और गणमान्य नागरिकों का कहना है कि पुलिस पर दबाव बनाकर कार्यवाही को प्रभावित करने का प्रयास किया जाएगा तो आखिर पुलिस कानून व्यवस्था को नियंत्रण में कैसे लाएगी, अवैध कार्यों पर कैसे अंकुश लगेगा। फिलहाल यह जांच का विषय है कि खनिज विभाग के द्वारा उत्खनन कर्ताओ पर क्या कार्रवाई की जाती है? और उत्खननकर्ताओ के द्वारा दी गई शिकायत पर प्रशासन के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है?