कटनी पुलिस महकमे में रातों-रात बड़ा बदलाव,एसपी अभिनय ने हिलाई थानेदारों की कुर्सी थानों की कमान नए हाथों में जिम्मेदारियां बदलीं ,बदले गए 12 अफसर

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कटनी पुलिस महकमे में रातों-रात बड़ा बदलाव,एसपी अभिनय ने हिलाई थानेदारों की कुर्सी थानों की कमान नए हाथों में जिम्मेदारियां बदलीं ,बदले गए 12 अफसर
लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं और पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठते सवालों के बीच पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने बड़ा कदम उठाया है। देर रात जारी आदेश में जिले के कई थानेदारों और चौकी प्रभारियों की जिम्मेदारियां बदल दी गईं।
चोरी, लूट और चाकूबाजी जैसे मामलों ने पुलिस की छवि पर असर डाला तो एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने सख्त रुख अपनाया। जिले के थानों और चौकियों की कमान बदल दी गई है। लगातार हो रही वारदातों से जनता में बढ़ती बेचैनी को देखते हुए पुलिस कप्तान ने मोर्चा संभाल लिया है। देर रात जारी आदेश में 12 पुलिस अधिकारियों का तबादला कर नई जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
कटनी।। जिले में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं और पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवालों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने देर रात पुलिस विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। जारी आदेश में जिले के 12 पुलिस अधिकारियों और कई आरक्षकों के तबादले कर दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना प्रभारी अजय बहादुर सिंह को रक्षित केंद्र कटनी भेजा गया है। उनकी जगह निरीक्षक राखी पांडे को कोतवाली की कमान सौंपी गई है। इसी तरह रंगनाथ नगर थाना प्रभारी नवीन नामदेव को माधवनगर थाना भेजा गया है, जबकि अरुण पाल सिंह को रंगनाथ नगर का प्रभार मिला है।
एनकेजे थाना अब रूपेंद्र सिंह राजपूत के जिम्मे होगा और बस स्टैंड चौकी का प्रभार सिद्धार्थ राय को सौंपा गया है। बाकल थाना अब उप निरीक्षक रश्मि सोनकर के नेतृत्व में कार्य करेगा, जबकि झिंझरी चौकी की जिम्मेदारी राजेश दुबे को दी गई है। इसके अलावा अनिल यादव को स्लीमनाबाद, नेहा मौर्य को कोतवाली का दायित्व, प्रियंका राजपूत को रक्षित केंद्र, प्रतीक्षा सिंह चंदेल को कुठला थाना भेजा गया है। साथ ही सहायक उप निरीक्षक और आरक्षकों के स्तर पर भी कई अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। पिछले कुछ महीनों से जिले में चोरी, लूट, हत्या और चाकूबाजी जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पुलिस की गश्त व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में ढिलाई पर सवाल उठ रहे थे। आम जनता की सुरक्षा और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक ने यह कदम उठाया। वही पुलिस अधीक्षक का यह निर्णय एक सकारात्मक पहलू भी माना जा रहा है जिसमें नए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपे जाने से ताजगी और नई ऊर्जा पुलिस कार्यप्रणाली में आएगी। अपराध नियंत्रण और पुलिसिंग में तेजी लाने की संभावना है।
जिले के अलग-अलग थानों में कार्य कर चुके अनुभवी अधिकारी अब नई जगहों पर अपनी सेवाएं देंगे। इससे जनता का पुलिस पर विश्वास फिर से मजबूत हो सकता है। वही नकारात्मक पहलू और सवाल यह भी है कि बार-बार थानेदारों और चौकी प्रभारियों का बदलना स्थायित्व की कमी दर्शाता है।
नई जिम्मेदारी संभालने में समय लग सकता है, जिससे अपराध नियंत्रण पर तुरंत असर न दिखे।
इससे यह संदेश भी जा रहा है कि पुराने प्रभारी अपराध नियंत्रण में विफल रहे। लगातार फेरबदल से पुलिस विभाग के अंदर अस्थिरता की स्थिति भी बन सकती है। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा का यह निर्णय जनता की सुरक्षा और अपराध पर नकेल कसने के लिए लिया गया है। हालांकि, असली कसौटी यह होगी कि इन तबादलों के बाद जिले की कानून-व्यवस्था कितनी सुधरती है। आने वाले दिनों में जनता को इसका परिणाम साफ दिखाई देगा या यह भी एक औपचारिक कदम बनकर रह जाएगा, यही देखने वाली बात होगी।

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