औचक निरीक्षण पर मेडिकल कॉलेज पहुंची विधायक
(अनिल तिवारी)
शहडोल। बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को लेकर लगातार शिकायतें आती रहती है, स्थानीय महिला विधायक श्रीमती मनीषा सिंह ने लगातार आ रही शिकायतों की पुष्टि करने के लिए अभी से कुछ घंटे पहले बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज में टीम के साथ दस्तक दी और यहां वार्डन तथा अन्य कार्यालयों व कक्ष का निरीक्षण किया। श्रीमती मनीषा सिंह रेलवे स्टेशन शहडोल पहुंची थी और वहां चल रहे शहडोल रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और उसमें हो रही देरी पर चिंता जताई तथा ठेकेदार आदि को फटकार भी लगाई थी। मेडिकल कॉलेज को लेकर भी लगातार आमजनों की शिकायत किसी से छुपी नहीं है, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के द्वारा की जा रही मनमानी और आमजनों को छोटी-छोटी बातों के लिए हो रही परेशानी आदि शिकायतों के लगातार आने के बाद विधायक श्रीमती मनीषा सिंह ने इसे गंभीरता से लिया और नगर भाजपा के अध्यक्ष प्रियम त्रिपाठी और अन्य भाजपा नेता व प्रबुद्धजनों के साथ बिना मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को सूचना दिए हैं, वहां जा पहुंची, इस दौरान श्रीमती मनीषा सिंह ने मरीज से मुलाकात कर उनका कुशल छेम जाना और उन्हें मिल रही सुविधाओं के संदर्भ में भी पूछा । गौरतलब है कि शहडोल स्थित बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज में प्रदेश सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा प्रतिमाह करोड़ों रुपए भेजे जा रहे हैं, जो बजट और वेतन के नाम पर यहां पहुंचते हैं, मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के नाम भी करोड़ों रुपए खर्च होता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कितना लाभ मिलता है, इन सभी स्थितियों को जानने और समझने के लिए पहले श्रीमती मनीषा सिंह ने मरीज से मुलाकात की और उसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से भी इस संदर्भ में व्यापक चर्चा की।
श्रीमती मनीषा सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश की मोहन यादव की सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार का उद्देश्य अंतिम छोर में बैठे ग्रामीण भाई-बहनों का लाभ पहुंचाना है और उन्हें उनका हक और केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा भेजा गया लाभ उन तक पहुंचे इसकी निगरानी करना हमारा काम है, उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज से लगातार इस तरह की बातें सामने आ रही थी, जिससे सरकार की छवि खराब होती है, हालांकि निरीक्षण के दौरान ऐसा कोई भी बड़ा तथ्य सामने नहीं आया, बावजूद इसके उन्होंने छोटी-मोटी समस्याओं को तत्काल निराकरण करने और व्यवस्था में और सुधार लाने की चर्चा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से की है।