400 घरों में 3 माह से नल जल योजना ठप्प,जिम्मेदारों ने बंद किए फोन उठाना
शहडोल। संभागिय मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सिंहपुर में बीते 3 माह से पानी की विकराल समस्या से ग्राम वासी अच्छे खासे परेशान है यहां नल जल के साथ ही दर्जनों हेंडपंपो ने भी दम तोड़ दिया है। इस सम्बंध में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत सहित पीएचई के जिम्मेदारों ने मूलभूत समस्या से मुंह फेर लिया है।
मामला ग्राम पंचायत सिंहपुर का
जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पंचायत सिहपुर क्षेत्र में लगभग 7000 वोटर है यहां की कुल आबादी 20000 के पार हो चुकी है यहां पानी के लिए 400 कनेक्शन घरों में किए गए हैं जिनमें विगत 4 माह से पर्याप्त पानी नसीब नहीं हो पा रहा है खासतौर से बरबरा टोला के कब्रस्तान मोहल्ले में निवासरत बैगा परिवार और कुछ मुसलमान परिवार जो पानी की विकराल समस्या से जूझ रहे हैं बताया जा रहा है कि सिंहपुर क्षेत्र में पहले 3 पंपों से पानी की सप्लाई संचालित की जाती थी जोकि अब सिर्फ़ एक के भरोसे ही पानी मिल जाएं ग्रामीणों का भाग्य है पहला पंप बिजली ऑफिस के सामने लगा जिससे पानी सप्लाई हुआ करती थी वह 2 साल पूर्व भी खराब हो गया जिसे आज तक नहीं बनवाया गया हालांकि उसके खराब होने से लोगों को उतनी पानी की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा वहीं जब दूसरा पंप बरबरा टोला कब्रस्तान मोहल्ले के समीप खराब हो गया जिसके 3 माह से ज्यादा होने पर पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का हाहाकार मच गया , वही एक पंप ने कुछ हद तक लोगों को चुप्पी साधने पर मजबूर कर दिया है जो कि जोधपुर तिराहा के पास लगे पंप से चल रहा है उसमें भी स्थिति यह है कि इस पंप का कनेक्शन जोधपुर फीडर से किया गया है आए दिन यहां हवा , पानी या अन्य तकनीकी खामियों के कारण लाइट बंद हो जाती है जिसकी वजह से जोधपुर तिराहे पर लगे पंप से सप्लाई पूरी तरह बाधित हो जाती है इस जोधपुर तिराहे पर लगे पंप से के भरोसे पूरे गांव की जनता टिकी हुई है।
पंचायत, जनपद, पीएचई से सीएम हेल्प लाइन
पानी की जरूरत ने लोगों को कही नदी तालाब तो कहीं आसपास के कुओं से अपनी प्यास बुझाने व निस्तार के लिए लंबी दूरी तक पानी लाने पर मजबूर हो रहें हैं मामले की शिकायत ग्रामीणों ने पंचायत के जिम्मेदारो को आए दिन कर रहे हैं लेकीन समस्या जस की तस बनी हुई है ग्रामीणों की परेसानी गांव के किसी भी व्यक्ति से पूछा जा सकता है लिहाजा हलचल टीम के द्वारा जानकारी लेने पर पंचायत सचिव ने बताया कि इसकी सूचना जनपद पंचायत में दे दी गई है लेकीन न तो जनपद के ज़िम्मेदारो ने कोई कदम उठाए और न ही जिले के पीएचई विभाग ने बहरहाल लोगो ने तंग आ कर सीएम हेल्प लाइन का सहारा लिया शायद अब समस्या का समाधान हो। इस आशय से लोगों ने इस सुविधा का सहारा लिया है।
2017 में स्वीकृत हुई पानी की टंकी आज भी सर्वे तक सीमित
अभी तक ग्रामीणों को पानी की सप्लाई सीधे पंपों के माध्यम से की जा रही है जो कि आएदिन कही बिजली ,पानी व हवा के झोके से प्रभावित होती रहती है मिली जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में पानी टंकी की स्वीकृति 2017 में हो गई थी लेकिन जिम्मेदार इसे आज भी सर्वे तक ही पहुंचा सके लोगों ने बताया कि अब इस पानी टंकी निर्माण के लिए करोड़ों रुपए के फंड भी आ चुके हैं और पाइप लाइन बिछाने का काम भी मंथर गति से चल रहा है अभी भी 8 से 10 किलोमिटर तक की पाइप लाइन बिछना बाकी है और तो और मजे की बात तो यह है कि विभाग द्वारा बीते बरसों पंचायत क्षेत्र में किए गए बोर को सार्वजनिक जगहों के साथ कई रसूखदार के जमीनों पर करा कर अपनी खाना पूर्ति कर दी है। वही बीते बरस हुए बोर पर अब पंप भी लगने लगे हैं जो कि पर्सनल उपयोग किए जायेंगे।