नपा अध्यक्ष का छलका दर्द-बोलीं बिना सर्वे के ही बांट दी गई है टिकट

मेरे वार्ड में भी बिना मेरी जानकारी के दे दी गई टिकट, एक बार बताना भी नहीं समझा मुनासिब
नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने पार्टी के फोरम में रखी बात
जनसंघ के संस्थापक परिवार से ताल्लुक रखने वाली 3 बार की पार्षद और वर्तमान में शहडोल की नगर पालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे संगठन की अनदेखी से आहत हैं। उनके वार्ड में भाजपा ने उम्मीदवार तय करने से पहले एक बार नपा अध्यक्ष से बात करना तक मुनासिब नहीं समझा। जबकि नपा अध्यक्ष के देवर भी इसी वार्ड से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। भाजपा की वरिष्ठ महिला नेत्री ने दावा किया है कि इस बार भाजपा ने बिना सर्वे के ही पार्षदों की टिकट बांट दी है।
शहडोल। नगर पालिका शहडोल का चुनाव लड़ रही भाजपा ने इस बार अपने ही पार्टी की वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष को चुनाव से दरकिनार कर दिया है। नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे को भाजपा ने साइड लाइन करते हुए उनके वार्ड तक में बिना उनकी सहमति के टिकट बांट दिया। इस बात से नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे आहत हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भाजपा में इस बार पार्षदों के टिकट सर्वे के आधार पर नहीं दिए गए हैं, कुछ-कुछ नेताओं को उपकृत करने के लिए भाजपा ने उनके चहेतों को टिकट दिया है। यह गतिविधि पार्टी के हित में नहीं है, इसकी बात मैने पार्टी फोरम में शालीनता से रखी है। उर्मिला कटारे शहडोल नगर पालिका में 3 बार पार्षद रह चुकी हैं और इसके बाद वे नगर पालिका की अध्यक्ष बनीं। कटारे परविार जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में आता है। नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा कि वे पार्टी की सच्ची सिपाही हैं पार्टी हित में कार्य करेंगी। इसी कारण उनके देवर ने जनता की मांग के बावजूद निर्दलीय चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया है।
मैने कई बार कहा कि सर्वे कराकर टिकट दें
भाजपा नेत्री और नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा कि मैने संगठन से कई बार कहा कि पहले सर्वे करा लिया जाए इसके बाद ही टिकट वितरण पार्टी के हित में होगा। सर्वे कराने से वार्ड के स्थानीय नेताओं को चुनाव लडऩे का मौका मिल जाएगा और पार्टी के उम्मीदवार की जीत भी तय होगी। पार्टी ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और बिना सर्वे के ही टिकट बांट दी। इस टिकट वितरण में कुछ नेताओं को मैनेज किया गया तो कुछ उनके चहेतों को। यदि सर्वे के आधार पर टिकट दी गई होती तो आज ये जो पैराशूट उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है इसका सामना पार्टी को नहीं करना पड़ता।
मेरे वार्ड में तो मुझसे पूछा तक नहीं गया
नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा कि जिस वार्ड से मैं 3 बार पार्षद रही और इसके बाद अध्यक्ष बनी उस वार्ड में टिकट देने से पहले मेरी रायशुमारी तक नहीं ली गई। रायशुमारी तो दूर जब टिकट तय हो गया था तो पार्टी के नेताओं ने मुझे बताना तक उचित नहीं समझा कि हम आपके वार्ड से इसे टिकट दे रहे हैं, जबकि मैं वर्तमान में नपा अध्यक्ष हूं। नपा अध्यक्ष ने कहा कि वार्ड की जनता का कहना था कि मुक्त वार्ड में सामान्य वर्ग के नेताओं को पहला मौका मिलना चाहिए, जब कोई सामान्य वर्ग का नेता टिकट के लिए दावेदारी नहीं कर रहा हो तक दूसरे वर्ग के नेताओं को मौका मिलना चाहिए। पार्टी ने इन सभी बातों को दरकिनार करते हुए दो नेताओं को उपकृत करने के लिए उनके द्वारा तय किए गए उम्मीदवार को प्रत्याशी बना दिया है।
जब काम नहीं किया तो पार्षदों को किस आधार पर टिकट दी
नपा अध्यक्ष पर आरोप लगते रहे कि उनके कार्यकाल में ऐसी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है जिसे दिखाकर पार्टी जनता से वोट मांग सके, इस पर नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा कि जब मेरे कार्यकाल में कोई बड़ा काम नहीं हुआ तो पार्षदों को किस आधार पर टिकट दिया गया है, क्या जनता उनसे भी यह सवाल नहीं करेगी। नपा अध्यक्ष कटारे ने कहा कि दुकानों का निर्माण हो या शहर की कोई दूसरी व्यवस्था मैने अपने अनुभव के आधार पर ही कार्य किया है। पार्षदों को इस बात की जानकारी है कि पूरे कार्यकाल के दौरान कहां और कितने कार्य हुए हैं क्योंकि पार्षद खुद निर्माण कार्य की निगरानी करते थे।
मैं फिर भी पार्टी के साथ हूं
नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा कि भले ही टिकट वितरण को लेकर वार्डांे में असंतोष है, इसके बाद भी मैं भाजपा के उम्मीदवारों के समर्थन में हूं। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है, उसका मैं सम्मान करती हूं। यदि सर्वे के आधार पर टिकट वितरण होता तो यह जो समस्या अभी पार्टी के सामने है वह नहीं होती।