निजीकरण के विरोध में 26 नवंबर को बिजली बंद कर राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन
शहडोल। मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन ने काम बंद -बिजली बंद- काम बंद का आवाहन करते हुए ऑल इंडिया फेडरेशन आफ इलेक्ट्रिक सिटी इंप्लाइज तथा अन्य केंद्रीय श्रम संगठनों एवं प्रदेश के सभी विद्युत कर्मचारी अधिकारी संगठन के आवाहन पर 26 नवंबर दिन गुरुवार को निजी करण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बिजली बंद कर ने का आवाहन किया है।
यूनियन की 6 प्रमुख मांगे
यूनियन का मुख्य मांगों में 1.केंद्र सरकार द्वारा पारित स्टैंडर्ड बिल्डिंग डाक्यूमेंट्स वापस लो 2.संविदा कर्मियों को नियमित करो 3.समस्त कर्मचारी अधिकारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए 4.आउट सोर्स कर्मचारियों की सेवाएं सुनिश्चित व सुरक्षित हो 5.विद्युत कर्मचारियों की पेंशन की गारंटी शासन द्वारा सुनिश्चित हो6. सभी विद्युत मंडल तथा उनकी उतरवर्ती कंपनियों में रिक्त नियमित पदों को शीघ्र भरा जाए इन 6 प्रमुख मांगों को लेकर यूनियन ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन किया है।
होंगे निजीकरण के दुष्परिणाम
यूनियन ने बताया कि निजी करण के दूरगामी दुष्परिणाम हो सकते हैं जिसमें सामान्य जन किसान गरीब मजदूर व्यापारियों का होगा निजी कंपनियों द्वारा शोषण इसके साथ ही साथ की योजनाएं छूट कम दरों में उपभोक्ताओं को विद्युत सुविधा तत्काल बंद होगी वहीं तीसरी दुष्परिणाम कंपनियों द्वारा गुंडाराज स्थापित कर भय व आतंक से होगी विद्युत बिलों की मनमानी वसूली इन सभी मांगों को लेकर मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन ने निजी करण के विरोध में इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन कर रही है।