स्वास्थ्य विभाग में सीनियर जूनियर की खुलेआम अनदेखी
शहडोल। जिला मुख्यालय से महज 25 कि.मी. की दूरी पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बुढ़ार,अस्पताल है, तो शहडोल जिले का जाना माना होने के साथ ग्रामीण जनता के बीच इकलौती बडा़ अस्पताल है, नाम को तो धनपुरी केशवाही जैतपुर रसमोहनी अस्पताल है, पर डॉक्टर स्टाफ की कमी बनी रहती है, कुछ डॉक्टर स्टाफ की पदस्थापना की भी गई वे सब अपनी पकड़ से जिला अस्पताल व बुढ़ार में घूमते नजर आते हैं, क्षेत्र के मरीज को कोई लाभ नही ंमिल पा रहा है। जहां समूचे कोरोना काल में बुढ़ार बी.एम.ओ. डॉ. आर.के. वर्मा ने एतिहासिक सफलता पूर्वक कार्य कर रातो दिन कोरोना के मरीजों के उपचार सुझाव सलाह कोरोना के बचाव की व्यवस्था में जूटे रहे, वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग का हिटलर परमान आदेश जारी हुआ कि बी.एम.ओ. से हटाकर जूनियर डॉ. की पदस्थापना की बी.एम.ओ. के पद पर सीनियर डॉ. काअपमान किया गया। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से जनता दल यू. किसान सभा के प्रदेशअध्यक्ष/पूर्व भाजस अध्यक्ष विधायक दल नेता निजी सचिव बी.पी. तिवारी ने की है।प्रदेश नेता तिवारी ने मुख्यमंत्री े दूरभाष पर चर्चा कर शहडोल जिले के स्वास्थ्यविभाग की हिटलरशाही की पूरी जानकारी दी गई, समय रहते शीघ्र सीनियर जूनियर डॉ. कीपदस्थपना की गड़बड़ी को रोका जाए सीनियर डॉ. को ही सीनियर का पद मिलना कानूनी उचितव सही है, गलत हिटलरशाही फरमान से प्रशासनिक आदेश की अवमानना होगी, संभागीयकमिश्नर एवं जिला कलेक्टर जी से शीघ्र इस तरह की गड़बड़ी को संज्ञान में लेकर नियमानुसारशीघ्र कार्यवाही की मांग की गई है।