650 से अधिक विद्यार्थियों को साइबर व कानूनी सुरक्षा का पाठ पुलिस का नेचर स्कूल में जागरूकता अभियान, 1930 हेल्पलाइन की दी जानकारी
650 से अधिक विद्यार्थियों को साइबर व कानूनी सुरक्षा का पाठ
पुलिस का नेचर स्कूल में जागरूकता अभियान, 1930 हेल्पलाइन की दी जानकारी
कटनी।। डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराध, ऑनलाइन ठगी और नाबालिगों से जुड़े कानूनी जोखिमों के प्रति समाज को सतर्क करने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा नेचर इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल में भव्य साइबर सुरक्षा एवं कानूनी जागरूकता अभियान आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 650 से अधिक छात्र-छात्राओं, शिक्षकगण व अभिभावकों ने सहभागिता की। यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। आयोजन में नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पच्चीसिया, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर, आरक्षक चंदन प्रजापति एवं विपिन गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को फ्रॉड कॉल, फिशिंग लिंक, फर्जी KYC, OTP व UPI ठगी से बचाव के व्यावहारिक उपाय बताए गए। सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल, ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग, डिजिटल अरेस्ट जैसे नए साइबर अपराधों की पहचान कराई गई। मजबूत पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और सुरक्षित ऐप डाउनलोड पर विशेष जोर दिया गया। नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पच्चीसिया व साइबर सेल अधिकारियों ने वास्तविक मामलों के उदाहरणों से समझाया कि ठग किस प्रकार लकी ड्रॉ और डराने वाली कॉल्स के जरिए ठगी करते हैं। उन्होंने बताया कि खाते से राशि निकलने पर घबराएं नहीं, तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करें ताकि गोल्डन आवर में रकम रोकी जा सके।
कार्यक्रम में डीपफेक वीडियो/ऑडियो, अनजान लिंक, QR कोड और संदिग्ध ऐप से सतर्क रहने की अपील की गई। साथ ही अभिभावकों से बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नियमित निगरानी रखने का आग्रह किया गया। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने के दुष्परिणामों, अभिभावकों की कानूनी जिम्मेदारी तथा POCSO एक्ट के तहत कठोर दंड प्रावधानों की जानकारी भी दी गई। यह स्पष्ट किया गया कि सोशल मीडिया चैट, फोटो मांगना या बहलाना भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकता है। कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रहा छात्रों द्वारा प्रस्तुत नाट्य मंचन, जिसमें सोशल मीडिया के सकारात्मक व नकारात्मक प्रभावों को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने संदेश दिया कि स्मार्टफोन आपके हाथ में है, लेकिन उसकी सुरक्षा की चाबी आपकी सतर्कता में है। एक जागरूक बच्चा पूरे परिवार को साइबर ठगी से बचा सकता है। उन्होंने साइबर-सुरक्षित जिला बनाने का आह्वान किया। समापन अवसर पर विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा पत्रिकाएँ वितरित की गईं। विद्यालय प्रबंधन ने पुलिस की इस जनहितकारी पहल की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।