पाली पुलिस ने अंधी लूट के प्रकरण का किया पर्दाफाश, पाली पुलिस ने की कार्यवाही
2 आरोपी गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त स्कूटी , 1 पिस्टल व 4 नग जिंदा कारतूस , 3000 रूपये किया जप्त

(चिंटू विश्वकर्मा)
पाली। 28 फरवरी को फरियादी घनश्याम गुप्ता निवासी पाली द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी रामपुर में शुभ लक्ष्मी हार्डवेयर नाम की दुकान है , रात करीब 10.00 बजे फरियादी अपनी दुकान बंद कर रहा था तभी तीन अज्ञात बदमाश स्कूटी (Activa) से दुकान पर आये और पाइप खरीदने के बहाने दुकान में घुस गये उनमे से एक आरोपी द्वारा पिस्टल दिखाकर फरियादी से चिल्लाने को मना किया गया और तीनों बदमाश फरियादी के साथ मारपीट कर उसके काउंटर से 10,000 रूपये व फरियादी का मोबाइल फोन लेकर स्कूटी से शहडोल तरफ भाग गये । फरियादी की रिपोर्ट पर थाना पाली में धारा 394 ताहि का प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया ।
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा द्वारा थाना प्रभारी पाली को आरोपी की पतारसी व शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये साथ ही घटना की तत्काल सूचना उमरिया व सीमावर्ती जिले के कंट्रोल रूम में दी जाकर आरोपियों की धरपकड़ हेतु नाकाबंदी कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं पुलिस अधीक्षक उमरिया द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया एवं टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये साथ ही तत्काल आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु 10,000 रूपये की ईनाम उद्घोषणा की गई एवं मामले की गंभीरता के दृष्टिगत आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु अति. पुलिस महानिदेशक डी.सी सागर शहडोल जोन शहडोल द्वारा 30,000रूपये के ईनाम की उद्घोषणा की गई ।
विवेचना के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के कुरकुचा तरफ भागने के प्रमाण मिलने पर क्षेत्र में सर्चिंग कर मुखबिर लगाये गये,उसी दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि 1 मार्च को इस तरह की घटना शहपुरा एवं कुंडम के बीच घटित हुई है जिसमे आरोपी द्वारा कट्टा दिखाकर लूट करने का प्रयास किया गया है । प्राप्त जानकारी के आधार उक्त क्षेत्र में आरोपियो के संबंध में जानकारी एकत्रित करना शुरू किया गया जिससे पाली पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा कि कि उक्त बदमाश कियोस्क संचालक के पास लूट के उद्देश्य से गये थे परंतु मौका न मिलने से लूट की बारदात को अंजाम नही दे सके, उसी दौरान तीनो बदमाशो में से एक की पहचान अजय सिंह गौंड निवासी औढेरा के रूप में हुई , जिसकी पाली पुलिस द्वारा पता तलाश कर अभिरक्षा में लेकर बारीकी से पूछताछ की गई जिस पर उसके द्वारा अपने साथ पुष्पेन्द्र सिंह बरकडे व सोनू विहारी उर्फ सतीश मिश्रा के साथ मिलकर 28 फरवरी को हार्डवेयर की दुकान में लूट की बारदात को अंजाम देना स्वीकार किया गया । प्रकरण में अन्य दो आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह व सोनू विहारी उर्फ सतीश की तलाश की गई जिसमें सोनू विहारी उर्फ सतीश मिश्रा के मिलने पर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जिसके द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया । प्रकरण में आरोपी अजय सिंह गौंड के कब्जे से लूट के 2 हजार रूपये व उसकी निशादेही पर स्कूटी जप्त की गई , आरोपी सोनू विहारी उर्फ सतीश मिश्रा के कब्जे से घटना में प्रयुक्त पिस्टल व 04 नग जिंदा कारतूस व लूट के 1 हजार रूपये जप्त किये गये । प्रकरण का तीसरा आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह बरकड़े फरार है जिसकी गिरफ्तारी हेतु सकारात्मक प्रयास जारी है ।
उपरोक्त प्रकरण को सुलझाने में अनु. अधि. पुलिस उमरिया नागेन्द्र प्रताप सिंह , अनु. अधि. पुलिस पाली जितेन्द्र सिंह जाट के नेतृत्व में निरी. आर. के. धारिया थाना प्रभारी पाली, उनि मनीष सिंह, उनि. मुकेश मर्सकोले, आर. अनिल पटेल, आर. यशवंत सिंह, प्र.आर. चा. अजय सिंह परिहार एवं सायबर सेल टीम का सराहनीय योगदान रहा ।