एसडीएम कोतमा के मनमाने रवैये के खिलाफ पटवारियों ने सौपा ज्ञापन

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पुष्पराजगढ में भी ऋिषी सिंघई की कार्यप्रणाली पर उठे थे सवाल
अनूपपुर। तहसील कोतमा के पटवारी शिवकुमार पटेल को बिना पर्याप्त कारण के निलंबन कर दिया गया, जिसके विरोध में व कार्यवाही को शून्य करने हेतु मप्र पटवारी संघ जिला इकाई अनूपपुर के द्वारा कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी के कार्यालय में पहुंच कर ज्ञापन सौपा। कलेक्टर से निवेदन किया गया की एसडीएम कोतमा रिऋी सिंघई के द्वारा की गई कार्यवाही सही नही है व पूर्णत: तानाशाही प्रकृति की है जो पटवारी को निशाने में लेकर जानबूझ कर किया गया प्रतीत होता है, उक्त मामले को कलेक्टर द्वारा संज्ञान में लेते हुए उचित न्याय की बात कही गई, इस दौरान समस्त पटवारी बंधु उपस्थित रहे। पटवारी संघ तहसील इकाई के द्वारा एसडीएम की तानाशाही व मनमाना रवैया के खिलाफ कलेक्टर को सौपा ज्ञापन। इस दौरान पटवारी संघ जिला अध्यक्ष सुधीर तिवारी, जिला सचिव चेतन सिंह, राजीव द्विवेदी, मिथिलेश तिवारी, राजीव परिहार, शशि भूषण मिश्रा, महेश अहिरवार, राजेश परस्ते, शेष नारायण सिंह, शिवकुमार पटेल, गोविंद सिंह कुशराम, हीरालाल शैलेंद्र द्विवेदी, राम सिंह के साथ अन्य पटवारी शामिल रहे।
पुष्पराजगढ में भी उठे थे सवाल


वर्तमान कोतमा अनुविभागीय अधिकारी ऋिषी सिंघई जहां भी पदस्थ हुए है, विवादित ही रहे है, कुछ माह पहले ही इनके कार्यप्रणाली के कारण पुष्पराजगढ के वाहन मालिकों ने अपने वाहन खडे कर आंदोलन भी किये थे, इनके ऊपर अवैध वसूली एवं परेशान करने के आरोप भी लगे थे, जिसके बाद कलेक्टर ने इन्हे मुख्यालय में अटैच कर दिये था, पुन: जब इन्हे कोतमा का प्रभार मिला, जहां अब पटवारियों ने इनके ऊपर आरोप लगाये है, जबकि इसके पहले पदस्थ एसडीएम अमन मिश्रा को आज भी कोतमा में याद किया जाता है। जाहिर सी बात है अगर किसी प्रशासनिक अधिकारी पर कनिष्ठ कर्मचारी आवाज उठाये तो क्षेत्र की जनमानस किस तरह प्रभावित होगा, यह एक सोचनीय विषय है।

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