अतिथि शिक्षकों की मानदेय भुगतान में लाखों का गडबडझाला

0

मामला अनूपपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी और बाबू का
वर्ग-3 के अतिथि शिक्षक को वर्ग-1 का मानदेय भुगतान
जो नही है अतिथि शिक्षक उसे भी कर दिया भुगतान
अनूपपुर। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय अनूपपुर में पदस्थ अधिकारी और बाबू की कहानी व कार्यप्रणाली शिक्षा जगत को रौशन करने वाली है। इन्होने मानदेय भुगतान में ऐसी गडबडियां की है जो आमतौर पर कभी नही होता है। प्राथमिक विद्यालय के अतिथि शिक्षक को माध्यमिक विद्यालय के मापदण्ड के अनुरूप मानेदय भुगतान किया गया है, इतना ही नही जो अतिथि शिक्षक कार्यरत ही नही है उन्हे भुगतान कर दिया गया है, यह सब कैसे हुआ फिलहाल जांच का विषय है, लेकिन न तो उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई और न ही भुगतान प्रक्रिया में कोई सुधार करने का प्रयास किया गया।
जुलाई से सितंबर माह तक विसंगतियां
अनूपपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय अंतर्गत 9 संकुल आते है जहां लगभग दो सैकडा से अधिक अतिथि शिक्षक कार्यरत है, चार माह का भुगतान बीते सप्ताह किया गया है, जिसमें से तीन माह जुलाई से सितंबर तक के मानदेय भुगतान में भारी विसंगतियां दिखाई दी। माह जुलाई से अक्टूबर माह तक का अतिथि शिक्षक मानदेय का भुगतान होना था, जिसमें शासन के आदेश अनुसार दीपावली के पूर्व सभी को मानदेय भुगतान करने का आदेश प्राप्त हुआ, जबकि संकुल प्राचार्यो द्वारा हर माह मानदेय का बिल बना करके बीईओ कार्यालय भेजा जाता है, पर वहा बैठे अफसर और बाबू शासन के आदेशों का अवहेलना करते हुए प्रत्येक माह मानदेय भुगतान न करके चार-चार माह से मानदेय भुगतान लटकाए रहते है।
भारी वित्तीय अनियमितता
बीईओ कार्यालय द्वारा हमेशा बजट का न होने का हवाला देकर मामला शांत कर लेते थे, लेकिन इस बार मानदेय चार माह का देने में भारी वित्तीय अनियमितता सामने आया है, जिसमे वर्ग 1 को 4 माह का लगभग 26000 से 29000 मानदेय मिलना था, परंतु किसी के खाते में 11000 किसी को 10000 किसी को 15000 मानदेय प्राप्त हुआ है, इसी प्रकार हाई स्कूल वर्ग 2 अतिथि शिक्षक को भी 16000 से 19000 के बीच मानदेय मिलना था उनको भी 4000, 6000, 10000 प्राप्त हुआ है और प्राथमिक, माध्यमिक में अतिथि शिक्षक में ट्राइबल के भर्ती आदेश अनुसार मानदेय का भुगतान होना था, जिनसे उनको सितम्बर और अक्टूबर का मानदेय मिलना था। लगभग प्राथमिक अतिथि शिक्षको का 5 से 6 हजार तक मिलना था तो किसी को 22000 किसी को 26000 प्राप्त हुआ है और माध्यमिक को 7 से 9 हजार तक मिलना जिसमे किसी को 26500 किसी को 28000 मिला है।
छिपाई विसंगतियों की जानकारी
सभी संकुल प्राचार्यो द्वारा हर माह मानेदय के लिए बिल बीईओ कार्यालय भेज दिया जाता है, लेकिन भुगतान नही किया जाता है, बीते सप्ताह चार माह का एक साथ भुगतान किया गया तो पता चला कि कुछ ऐसा हुआ है कि जो अतिथि शिक्षक कार्यरत नही है उनके खाते में मानदेय भुगतान कर दिया गया है और पूरे अनूपपुर ब्लॉक के अतिथि शिक्षको के खाते में 1 नवंबर को मानदेय भुगतान किया खाते में आया है और बिल के अनुसार किसी को सही मानदेय प्राप्त नही हुआ है, जो विसंगतिपूर्ण मानदेय आया है, लगभग 13 दिन बीत गए। लेकिन बीइओ कार्यालय द्वारा मानदेय सुधार सुधार नही किया गया। जिससे प्रतीत होता है की वित्तीय जैसे मामले पर ब्लॉक अनूपपुर बीईओ द्वारा प्राथमिकता से जांच नही किया जा रहा और संकुल प्राचार्य के बिल के अनुसार मानदेय का भुगतान नही कराया जा रहा है।
इनका कहना है
मानदेय भुगतान में विसंगतियां हुई है, जांच करा कर जल्द ही उसमें सुधार किया जायेगा, जिनको ज्यादा भुगतान हुआ है उनसे वापस लिया जायेगा और जिनको कम मानदेय प्राप्त हुआ है उन्हे पुन: सुधार कर मापदण्ड के अनुसार दिया जायेगा।
राजेन्द्र सिंह, बाबू
विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय अनूपपुर
*****************************
मुझे इसकी जानकारी अभी नही है, न ही कोई लिखित शिकायत प्राप्त हुआ है, आपने जानकारी दी है, विसंगतियां कैसे हुई मैं बीईओ से बात करता हूं।
पी.एन. चतुर्वेदी, सहायक आयुक्त
आदिवासी विकास विभाग अनूपपुर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed