बारिश ने घोली फिजा में ठंडक, उत्साह से मना रक्षाबंधन पर्व

शहडोल। सुबह से ही मौसम ने अपनी रिमझिम फुहारों से ठंडक घोल दी थी सावन के जाने और भद्रा के आने से त्योहारों का आगमन शुरू हो गया है, इसके साथ ही मानसून भी रंग में बदलने लगा है। शायद यही वजह है कि भारतीय मौसम विभाग ने रक्षाबंधन के साथ ही बारिश की भी भविष्यवाणी जारी कर दी है। मौसम के जानकारों की मानें तो 3 अगस्त से मानसून बदलने के साथ अच्छी बारिश कर सकता है। इसके बाद लगातार एक सप्ताह तक बारिश की संभावना भी है। कुल मिलाकर इस पूरे सप्ताह शहरवासियों के लिए मानसून बेहतर संकेत दे रहा है। बारिश के कारण उमस से भी राहत मिलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं।
बीते महीने मानसून ने शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को खूब इंतजार कराया है। बादल घिर-घिर तो आते थे लेकिन, बिना बरसे ही गुजर जाते थे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जितनी बारिश होनी चाहिए थी उतनी नहीं हुई वहीं बीते माह जुलाई में 200 मिलीमीटर से भी कम बारिश हुई। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 3 अगस्त से भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। करीब 15 से 20 मिलीमीटर बारिश हो सकती है। इसके बाद भी इस सप्ताह बारिश की संभावना बन रही है। अभी हाल ही में बीते दिनों उमरिया जिले के कई हिस्सों में तेज बारिश के साथ आंधी तूफ़ान ने मानपुर के जंगलों में पेड़ों के गिरने से काफी देर तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही है।
बारिश ने घोली फिजा में ठंडक
कोरोना काल मे रक्षाबंधन पर्व का उत्साह सुबह से ही शहर के सड़को पर देखा जा गया है।कल के लाक डाउन ने लोगों व व्यापारी वर्ग सहित अन्य को राहत मिलने की उम्मीद आज जताई जा रही थी।वही आज सुबह से हीे घेरे बादल ने चारों दिशाओं को अपनी गुलाबी ठंडक के साथ सुबह से हो रही रिमझिम फुहार की बारिश ने मौसम को खुशनुमा कर दिया है। शहर के व्यापारियो व छोटे दुकानदारों ने भी अपनी प्रतिष्ठानो को सुबह से ही रख रखाव ,साज सज्जा में लगे रहे है। व्यापार में त्यौहारी चहल कदमी की उम्मीदें आज सुबह से ही देखी जा रही है। लेकिन शाम होते ही फिर बारिश ने रफ्तार पकड़ ली और फिर कुछ समय के लिए जनजीवन रुक सा गया।
पहले लाक डाउन की चिंता से मुक्ति पर बारिश ने फेरा पानी
कोरोना काल में कुछ दिनों से कई जिलों में लग रहे लाक डाउन की स्थिति ने सबसे ज्यादा छोटे, बड़े व्यापारीयों को प्रभावित करके रखा था। असमंजस की स्थिति में बाजारू सामानों को खरीदना न खरीदना बना रहा कही लाक डाउन न हो जाए तो सामान धरा का धरा रह जाए। किसी तरह लाक डाउन में मिली छूट पर आज बारिश ने पानी फेर दिया। इस त्यौहार में कुछ व्यापार में तेजी की उम्मीद लगाए बैठे दुकानदारों को काफी निराशा का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा तकलीफ फुटकर विक्रेता, हाथ ठेला सहित छोटे व्यवसायियों को हुई है।